पुरुषों की अंडरवियर की बिक्री में गिरावट ने आर्थिक विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में पुरुषों के अंडरवियर की बिक्री में 55 फीसदी की गिरावट आई है। लक्स, अमूल, रूपा आदि अंडरवियर बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई है। इस अर्थव्यवस्था के लिए बुरा संकेत माना जा रहा है। मंदी की आशंका को देखते हुए विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी के अनुमान को 8.7 फीसदी से घटा कर 7.5 फीसदी कर दिया है।
दिसंबर में समाप्त तिमाही में जॉकी, लक्स की पैरेंट कंपनी पेज इंडस्ट्रीज ने बिक्री में 55 प्रतिशत गिरावट की बात स्वीकार की थी, वहीं रूपा एंड कंपनी की बिक्री में भी 52 फीसदी की गिरावट आई। दोनों ही कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट का माहौल है। इस बात ने आर्थिक विशेषज्ञों को भी चिंता में डाल दिया है।
फेडरल रिजर्व के पूर्व प्रमुख एलन ग्रीनस्पैन का मानना है कि पुरुषों के अंडरवियर की बिक्री में गिरावट एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेत हैं। ग्रीनस्पैन का मानना है कि अंडरवियर पुरुषों का एक ऐसा वस्त्र है जिसे वास्तव में कोई नहीं देखता। इसलिए जब भी उनके पास पैसे की तंगी होती है, तो वे इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।
इसी तरह कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि मंदी के दौरान, लोग महंगी और गैर-जरूरी वस्तुओं पर खर्च में कटौती करते हैं। इसलिए महिलाओं की लिपस्टिक की बिक्री में गिरावट भी मंदी का संकेत देती है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका में पुरुषों के अंडरवियर की बिक्री में 2007 से 2009 तक भारी मंदी के दौरान काफी गिरावट आई थी, उस समय दुनियाभर में मंदी का माहौल था लेकिन 2010 में अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ इनमें फिर से उछाल आ गया।