Inflation rate : फरवरी में रिटेल महंगाई दर घटी, दाल और सब्जियां सस्ती, 7 महीने का निचला स्तर
दाल और सब्जियां सस्ती होने से फरवरी में रिटेल महंगाई दर घटकर 3.61% पर आ गई है। ये महंगाई का 7 महीने का निचला स्तर है। जुलाई 2024 में महंगाई 3.54% पर थी। जनवरी 2025 में महंगाई 4.31% थी। सांख्यिकी मंत्रालय ने 12 मार्च को महंगाई के आंकड़े जारी किए।
दाल और सब्जियां सस्ती होने से फरवरी में रिटेल महंगाई दर घटकर 3.61% पर आ गई है। ये महंगाई का 7 महीने का निचला स्तर है। जुलाई 2024 में महंगाई 3.54% पर थी। जनवरी 2025 में महंगाई 4.31% थी। सांख्यिकी मंत्रालय ने 12 मार्च को महंगाई के आंकड़े जारी किए। खाने-पीने की वस्तुओं विशेषकर सब्जियों, दलहन और उसके उत्पादों, अंडों, मांस एवं मछली और मसालों की कीमतों में आई नरमी के बल पर इस वर्ष फरवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई घटकर 3.71 प्रतिशत पर आ गई, जो भारतीय रिजर्व बैंक के महंगाई को 4 प्रतिशत के लक्षित दायरे में रखने के भीतर है। इस वर्ष जनवरी में खुदरा महंगाई 4.26 प्रतिशत और फरवरी 2024 में 5.09 प्रतिशत रही थी।
2024 के बाद सबसे कम वार्षिकी मुद्रास्फीति : सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार फरवरी, 2024 की तुलना में फरवरी, 2025 के महीने के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित वर्ष-दर-वर्ष मुद्रास्फीति दर 3.61 प्रतिशत रही है। जनवरी, 2025 की तुलना में फरवरी, 2025 की मुद्रास्फीति में 65 आधार अंकों की गिरावट आई है। जुलाई, 2024 के बाद यह सबसे कम वार्षिक मुद्रास्फीति है।
कौनसी वस्तुएं हुईं सस्ती : फरवरी, 2025 में हेडलाइन मुद्रास्फीति और खाद्य मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय गिरावट मुख्य रूप से सब्जियों, अंडे, मांस और मछली, दालों और उत्पादों और दूध और उत्पादों की मुद्रास्फीति में गिरावट के कारण है। इस माह में सबसे कम मुद्रास्फीति दर्शाने वाली 5 प्रमुख वस्तुएं अदरक, जीरा , टमाटर, फूलगोभी और लहसुन शामिल है। फरवरी 2025 में अखिल भारतीय स्तर पर सबसे ज़्यादा मुद्रास्फीति वाली 5 वस्तुओं में नारियल तेल, नारियल, सोना, चांदी और प्याज़ शामिल है।
फरवरी, 2025 के महीने के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) पर आधारित खाद्य महंगाई 3.75 प्रतिशत रही है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए इसी मुद्रास्फीति दर क्रमशः 4.06 प्रतिशत और 3.20 प्रतिशत है। चालू वर्ष के दूसरे माह में ग्रामीण क्षेत्र में हेडलाइन और खाद्य मुद्रास्फीति में तीव्र गिरावट देखी गई। फरवरी, 2025 में हेडलाइन मुद्रास्फीति 3.79 प्रतिशत है, जबकि जनवरी, 2025 में यह 4.59 प्रतिशत थी।
ग्रामीण क्षेत्र में सीएफपीआई आधारित खाद्य मुद्रास्फीति जनवरी, 2025 में 6.31 प्रतिशत की तुलना में फरवरी, 2025 में 4.06 प्रतिशत रही है। शहरी क्षेत्र की हेडलाइन मुद्रास्फीति में जनवरी, 2025 में 3.87 प्रतिशत से फरवरी, 2025 में 3.32 प्रतिशत पर आ गई है। खाद्य मुद्रास्फीति में भी इसी तरह की गिरावट देखी गई है जो जनवरी, 2025 में 5.53 प्रतिशत से घटकर फरवरी, 2025 में 3.20 प्रतिशत हो गई है।
फरवरी, 2025 के महीने के लिए आवास मुद्रास्फीति दर 2.91 प्रतिशत है। जनवरी, 2025 के महीने के लिए इसी मुद्रास्फीति दर 2.82 प्रतिशत थी। आवास सूचकांक केवल शहरी क्षेत्र के लिए संकलित किया गया है। फरवरी माह के लिए ईंधन और प्रकाश मुद्रास्फीति दर ऋणात्मक 1.33 प्रतिशत है। जनवरी, 2025 के महीने के लिए इसी मुद्रास्फीति दर शून्य से 1.49 प्रतिशत नीचे थी। यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए संयुक्त मुद्रास्फीति दर है।
फरवरी, 2025 के लिए शिक्षा मुद्रास्फीति दर 3.83 प्रतिशत है। जनवरी, 2025 के महीने में भी यही शिक्षा मुद्रास्फीति देखी गई। यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए संयुक्त शिक्षा मुद्रास्फीति है। फरवरी, 2025 महीने के लिए स्वास्थ्य मुद्रास्फीति दर 4.12 प्रतिशत है। जनवरी, 2025 के महीने के लिए इसी मुद्रास्फीति दर 3.97 प्रतिशत थी। यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए संयुक्त स्वास्थ्य मुद्रास्फीति है।
फरवरी, 2025 महीने के लिए परिवहन और संचार मुद्रास्फीति दर 2.87 प्रतिशत है। जनवरी, 2025 के महीने के लिए इसी मुद्रास्फीति दर 2.76 प्रतिशत थी। यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए संयुक्त मुद्रास्फीति दर है। इनपुट एजेंसियां