हैदराबाद। भारत में हर तरफ महंगाई तेजी से बढ़ती जा रही है। आटा-दाल से लेकर टमाटर तक कई चीजें महंगी हो गई है। अक्टूबर में भारत की रिटेल मुद्रास्फीति अक्टूबर में 5.3% से घटकर 4.4% हो गई, लेकिन ईंधन की कीमतें बढ़कर 13.6 फीसदी हो गईं।
फिच की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले कुछ महीनों में मुद्रास्फीति का औसत 5.2% है, जो 2021 के पूर्वानुमान 5.5% से थोड़ा कम है। ऐसा नहीं है कि महंगाई की चपेट में सिर्फ भारत है।
महंगा हुआ आटा और तेल : कोरोना से पहले सरसों तेल का 15 किलो का डिब्बा 1200 रुपए में आता था। दिल्ली में अब यह 2800-3000 रुपए पर मिल रहा है। 50 किलो का आटा जो पहले 1000 रुपए का मिल रहा था, अब इसके दाम बढ़कर 2200-2500 रुपए का हो गए।
लाल हुआ टमाटर : भारी बारिश की वजह से केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे। देखते ही देखते यहां टमाटर की कीमतें 100 रुपए के पार पहुंच गई।
गैस सिलेंडर के बढ़े दाम : 1 नवंबर को देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल ने कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 268 रुपए प्रति सिलेंडर तक बढ़ा दिए थे। दिल्ली में 19 किग्रा कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 268 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़कर 2000.50 रुपए हो गई।
सस्ता हुआ पेट्रोल-डीजल : हालांकि नवंबर की शुरुआत में केंद्र सरकार और 22 से ज्यादा राज्य सरकारों द्वारा पेट्रोल-डीजल से टैक्स में कमी से लोगों को कुछ राहत भी मिली। सरकार द्वारा रणनीतिक भंडार से 50 लाख बैरल कच्चे तेल की निकासी के बाद इसके दाम और कम होने की संभावना है।