मुंबई। बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के मुख्यालय किंगफिशर हाउस को बेचने में नाकाम रहने के तीन माह बाद बैंकों ने इसके आरक्षित मूल्य को कम कर 135 करोड़ रुपए कर दिया और एक बार फिर नीलामी के लिए पेश किया है।
	भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में 17 बैंकों के समूह ने मार्च में शराब कारोबारी विजय माल्या की इस प्रमुख संपत्ति को बेचने का प्रयास किया था ताकि कर्ज का कुछ हिस्सा वसूला जा सके। तब संपत्ति का आरक्षित मूल्य 150 करोड़ रुपए रखा गया था। ऊंचे आरक्षित मूल्य को देखते हुए बोली लगाने वाले दूर ही रहे।
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	बैंकों की तरफ से संपत्ति की बिक्री करने के लिए नियुक्त एसबीआई कैप्स ने सार्वजनिक नोटिस जारी करते हुए कहा है कि किंगफिशर हाउस के लिए आरक्षित मूल्य 135 करोड़ रुपए है जिससे कम पर संपत्ति को नहीं बेचा जाएगा। 
	 
	घरेलू हवाई अड्डे के नजदीक प्लस विले पार्ले क्षेत्र में 17,000 वर्गफुट से अधिक क्षेत्र में बने किंगफिशर हाउस की नीलामी 8 अगस्त को होगी। बैंकों ने सरफेसई कानून के तहत पिछले साल फरवरी में किंगफिशर हाउस को अपने कब्जे में ले लिया था। संकट में घिरे शराब कारोबारी माल्या पर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए का बकाया है। (भाषा)