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चांदी 76,000 पार, 3 साल में फिर ऑलटाइम हाई, क्या निवेशकों को लगाना चाहिए इसमें पैसा...

हमें फॉलो करें चांदी 76,000 पार, 3 साल में फिर ऑलटाइम हाई, क्या निवेशकों को लगाना चाहिए इसमें पैसा...

नृपेंद्र गुप्ता

, गुरुवार, 13 अप्रैल 2023 (14:40 IST)
नई दिल्ली। 2023 में सोना-चांदी निवेशकों की पहली पसंद बने हुए हैं। दोनों ही धातुओं में निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल रहा है। सोने के बाद चांदी भी बुधवार को ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। MCX पर इसने 76,617 का आंकड़ा छुआ। आज भी वह 76,000 से ऊपर चल रही है। 
 
हालांकि अगस्त 2020 के बाद से ही देश में चांदी के दामों में भारी उतार चढ़ाव दिखाई दे रहा है। 6 aug 2020 को चांदी 75906 रुपए प्रति किलो थी। 2020 में इसके भाव गिरना शुरू हुए और 25 सितंबर 2020 तक यह 59,026 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई। इस तरह करीब 1 साल में इसमें 16,880 रुपए की गिरावट दर्ज की गई। इसके बाद चांदी में तेजी का दौर शुरू हुआ और 1 फरवरी 2021 तक यह फिर 73,571 तक जा पहुंची। इस तरह 5 माह में इसमें 14,545 रुपए की तेजी आई।
 
इसके बाद फिर चांदी में गिरावट का दौर शुरू हुआ और देखते ही देखते 28 सितंबर 2021 तक यह फिर 58,662 तक जा पहुंची। इस तरह इसमें 14,909 रुपए प्रति किलो की गिरावट दिखाई दी। इसके बाद फिर तेजड़ियों ने 12,780 की तेजी के साथ 8 मार्च 2022 तक इसे फिर 70 हजार के पार पहुंचा दिया। मंदड़ियों ने फिर चांदी के दाम गिराना शुरू किए। 1 सितंबर 2022 तक चांदी 52,000 तक पहुंच गई। इस तरह मात्र 5 माह में यह फिर 18,000 रुपए से ज्यादा गिर गई। सितंबर 2022 के बाद चांदी की तेज रफ्तार ने एक बार फिर सभी को हैरान कर दिया। 20 माह में यह एक बार फिर 76,000 पार पहुंच गई।
 
चांदी के दामों में पिछले 4 सालों के उतार चढ़ाव को देखते हुए यह सवाल उठता है कि क्या आम निवेशकों को इसमें निवेश करना चाहिए। जब बाजार इस चमकीली धातु के दाम बढ़ते हैं तो आसमान छूते हैं तो गिरते हैं तो जमीन आ जाते हैं।
 
वहीं कमोडिटी बाजार में लंबे समय से कार्य कर रहे सागर अग्रवाल ने कहा कि चांदी ने अपना ऑल टाइम हाई ब्रेक किया है। जब भी कोई चीज अपना ऑलटाइम हाई ब्रेक करती है तो यहां से इसमें 10 प्रतिशत का अपर साइड मोंमेट होता है। इस हिसाब से इसके 82,000 से 83,000 तक जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अगर इसके दाम गिरते भी है तो यह 62,000 से 65,000 से ज्यादा कम नहीं होंगे।
 
उन्होंने कहा कि अमेरिका में CPI (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) डाटा की वजह से चांदी के दाम में तेजी आई। इसके गिरने से अमेरिका की करेंसी डाउन हुई और सोने चांदी के दामों में तेजी आई।
 
इस संबंध में कमोडिटी मार्केट एक्सपर्ट आशुतोष अग्रवाल ने कहा कि चांदी में फिलहाल तेजी का दौर बना हुआ है। यह अगले हफ्ते में 78500 का आंकड़ा छू सकती है। उन्होंने कहा कि फेड के रिजल्ट्स के कारण तेजी आई। विदेशी डाटा के सेंटिंमेट्स की वजह से तेजी आ रही है। यहां से 2000 पांइट बढ़ सकता है। अगर कुछ करेक्शन आता है तो 72,0000 तक आ सकता है।
 
उन्होंने कहा कि यह खरीदारी करने का समय नहीं है। 76,000 के स्तर पर चांदी खरीदने में जोखिम हो सकता है। लेकिन 72,000 के स्तर पर चांदी में खरीदी की जा सकती है।
 

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