केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को तीव्र वृद्धि की राह से उतारने के लिए देश के खिलाफ आतंकवाद और विघटनाकारी गतिविधियों को हवा दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत की तरक्की इस बात से तय होगी कि देश का बुनियादी आर्थिक ढाँचा कितना मजबूत है। उन्होंने आर्थिक ढाँचे की सुरक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि देश के भविष्य की सुरक्षा के लिए बुनियादी ढाँचे की रक्षा जरूरी है। वह दिल्ली के पास गजियाबाद में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में किया गया था।
गृहमंत्री ने कहा कि भारत से बैर रखने वाली शक्तियाँ देश की सुरक्षा और स्थिरता के लिए संकट खड़ा करने में लगी हैं। उन्होंने कहा, ‘ये ताकतें जहाँ हमारी सीमाओं पर घात लगाए हुए हैं वहीं वे हमरी अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के प्रयास में भी जुटी हैं। हमारी अर्थव्यवस्था की वृद्धि की राह में रोड़े खड़े करने के लिए हमारे खिलाफ आतंकवाद और उग्रवाद को हवा दी जा रही है।’
चिदंबरम ने कहा कि देश की तरक्की बुनियादी ढाँचे पर टिकी है और विभिन्न अति महत्वपूर्ण ढाँचों की सुरक्षा कर रहा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल वास्तव में भारत के भविष्य की सुरक्षा की महती जिम्मेदारी निभा रहा है।
चिदंबरम ने निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों को सरकारी सुरक्षा बलों की सेवा देने के नए निर्णय के बारे में कहा कि गृह मंत्रालय को इसके लिए बराबर आवेदन मिलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इन आवेदनों की जाँच कर प्राथमिकता के आधार पर निर्णय किया जाएगा। वर्तमान में सरकार इस प्रकार की सुरक्षा प्रदान करने के मामले में सूचना प्रौद्योगिकी, बिजली तथा तेल एवं प्राकृतिक गैस जैसे उद्योगों को प्राथमिकता दे रही है। (भाषा)