ब्रिटेन के सबसे बड़े बैंक एचएसबीसी पर भी आरोप लग रहा है कि अमेरिकी निवेश बैंक लेहमैन ब्रदर्स के डूबने में उसकी भी भूमिका रही। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एचएसबीसी ने लेहमैन ब्रदर्स से उस समय जमानत के लिए अरबों पौंड की माँग शुरू कर दी थी जबकि लेहमैन की नौका डूबने वाली थी।
उल्लेखनीय है कि सितंबर, 2008 में लेहमैन ब्रदर्स के दिवालिया होने के बाद वैश्विक आर्थिक संकट गहरा गया।
संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कि एचएसबीसी बैंक लेहमैन के सभी कारोबारों जिसमें एशियाई कारोबार भी शामिल हैं, का स्टर्लिंग में निपटान करता था। प्रोजेक्ट ओपेक नाम की एक स्कीम के तहत अमेरिकी निवेश बैंक बीयर स्टर्न्स के मार्च, 2008 में ढहने के बाद एचएसबीसी ने ऋण वापस लेना शुरू कर दिया।
अखबार ने लेहमैन के एक पूर्व कार्यकारी कालरे पेलेरानी के हवाले से लिखा है कि एचएसबीसी हमें कारोबार करने की अनुमति देने को तैयार नहीं था। उसने हमारे सिर पर बंदूक तान रखी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक कि ब्रिटेन के सबसे बड़े बैंक एचएसबीसी पर आरोप है कि उसने लेहमैन ब्रदर्स से अरबों पौंड के बंधक पत्र माँगने में साझीदारों की मदद कर उसे ढहाने में अहम भूमिका निभाई। (भाषा)