देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शुद्ध मुनाफा जुलाई से सितंबर की तिमाही में 40 फीसदी फीसदी बढ़कर 2259.72 करोड़ रुपए हो गया, जबकि वैश्विक स्तर पर वित्तीय उद्योग संकट में है।
एसबीआई ने कहा ब्याज दरों से होने वाली और अन्य आय के कारण बैंक ने समीक्षाधीन तिमाही में अपने मुनाफे में 40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है।
बैंक का एकल मुनाफा पिछले साल की सितंबर की तिमाही में 1611.42 करोड़ रुपए था। उक्त अवधि में बैंक की जमा राशि 67.93 फीसदी बढ़कर 57861 करोड़ रुपए हो गई। इसका चालू एवं बचत खाता (सीएएसए) अनुपात 26 आधार अंक बढ़कर 39.71 फीसदी हो गया। बैंक की अग्रिम राशि 161.35 फीसदी बढ़कर 51020 करोड़ रुपए हो गई।
बैंक ने कहा इसके अलावा आवास ऋण में 23.47 फीसदी, वाहन ऋण में 30.48 फीसदी और शिक्षा ऋण में 43.81 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। हालाँकि एसबीआई कार्ड को 27.90 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
बेजल के मुताबिक नकद पर्याप्तता अनुपात 12.14 फीसदी और बेजल-2 के मानदंडों के मुताबिक यह 11.51 फीसदी रहा। बैंक का संचयी शुद्ध मुनाफा 11.50 फीसदी बढ़कर 2458.04 करोड़ रुपए हो गया, जबकि पिछले साल यह 2204.56 करोड़ रुपए था।
कुल आय 26.41 फीसदी बढ़कर 27083.47 करोड़ रुपए हो गया। कंपनी का शेयर बीएसई में 10.23 फीसदी गिरकर 1038 रुपए पर कारोबार कर रहा था।