व्यापक स्तर पर छँटनी से जुड़ी खबरें आने के बाद सरकार ने कंपनियों से कहा कि जहाँ तक संभव हो, कर्मचारियों की छँटनी न करें।
कंपनी मामलों के केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता ने उद्योग चेंबर एसोचैम की उस रपट की आलोचना की जिसमें निकट भविष्य में भारी तादाद में कर्मचारियों की छँटनी किए जाने की संभावना जताई गई थी।
गुप्ता ने बताया कि उन्होंने (उद्योग) पिछले चार साल अच्छे देखे हैं। अब स्थिति थोड़ी अलग है। उन्हें जितना और जब तक संभव हो अपने कर्मचारियों को कंपनी में बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए।
हाल ही में कुछ कंपनियों द्वारा कर्मचारियों की छँटनी किए जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कंपनियों को भयग्रस्त नहीं होना चाहिए और यद्यपि वे अपने मनमुताबिक निर्णय करने के लिए स्वतंत्र हैं, हम चाहेंगे कि नौकरियों में कटौती न हो।