धागे, बुने हुए कपड़े और वस्त्र निर्माता गिन्नी फिलामेंट्स लिमिटेड (जीएफएल) ने अपने उपभोक्ता उत्पाद विभाग (सीपीडी) की सहायता से चिकित्सा संबंधी कपड़ों और स्वास्थ्य सेवाओं की समूची श्रृंखला घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में लांच की है।
इस अवसर पर कंपनी के प्रबंध निदेशक शिशिर जयपुरिया ने कहा कि चिकित्सकीय वस्त्रों का दायरा बहुत विस्तृत है और इसमें घाव बाँधने की पट्टी से लेकर शल्य चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाले पर्दे और गाउन आते हैं तथा ऊतक इंजीनियरिंग में भी इनका इस्तेमाल होता है।
उन्होंने बताया कि तकनीकी वस्त्र उद्योग के रूप में भी यह एक उभरता हुआ क्षेत्र है। वैश्विक वस्त्र उद्योग में चिकित्सकीय और तकनीकी वस्त्र ही सर्वाधिक उभार पर हैं। टाटा इकोनॉमिक कंसल्टेंसी सर्विस की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में देश का तकनीकी वस्त्र उद्योग 29000 करोड़ रुपए का है। चिकित्सा अथवा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाने वाला कपड़ा मेडिकल टेक्सटाइल अथवा मेडिटेक्स कहकर पुकारा जाता है।
उन्होंने कहा कि घरेलू और वैश्विक बाजारों में बढ़ती माँग को देखते हुए कंपनी ने हरिद्वार में एक विनिर्माण इकाई निर्मित की है।