तीन कंपनियों की 12,000 करोड़ जुटाने पर नजर
नई दिल्ली , रविवार, 24 फ़रवरी 2013 (15:31 IST)
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की तीन कंपनियों इंडियन रेलवे फाइनेंस कार्प, ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (आरईसी) तथा इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी (आईआईएफसीएल) की संयुक्त रूप से करमुक्त बांड के जरिए 12,344 करोड़ रुपए तक जुटाने की योजना है।तीनों कंपनियों ने संयुक्त रूप से न्यूनतम 1,300 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। हालांकि उन्होंने अधिक अभिदान मिलने पर अतिरिक्त राशि रखने का विकल्प रखा है। इस प्रकार कुल मिलाकर उनके पास 12,344 करोड़ रुपए तक जुटाने का विकल्प है।शेयर बाजारों को दी गई सूचना के अनुसार इंडियन रेलवे फाइनेंस कार्प (आईआरएफसी) न्यूनतम 1,000 करोड़ रुपए जुटा सकती है जबकि आईआईएफसीएल तथा आरईसी की क्रमश: कम-से-कम 200 करोड़ रुपए तथा 100 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है।आईआरएफसी, आईआईएफसीएल तथा आरईसी के पास क्रमश: 3,531 करोड़ रुपए, 6,331 करोड़ रुपए तथा 2,482 करोड़ रुपए तक जुटाने का विकल्प होगा।चालू वित्त वर्ष में अधिकतर करमुक्त बांड को अधिक अभिदान मिला है। भारतीय कंपनियों ने करमुक्त खुदरा बांड के जरिए 7,800 करोड़ रुपए से अधिक जुटाया है। यह मूल रूप से 4,875 करोड़ रुपए के लक्ष्य से अधिक है।तीनों कंपनियां इस राशि का उपयोग उधारी गतिविधियों तथा ऋण बाध्यताओं को पूरा करने में करेंगी। आईआरएफसी को छोड़कर सभी निर्गम 15 मार्च को बंद होंगे। आईआरएफसी का निर्गम 13 मार्च को बंद होगा।विशेषज्ञों के अनुसार शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव की स्थिति के कारण कंपनियां कोष जुटाने के लिए बांड मार्ग अपना रही हैं। खुदरा निवेशक भी उच्च ब्याज के कारण परंपरागत जमा उत्पादों की जगह कर मुक्त बांड को तरजीह दे रहे हैं। (भाषा)