वैश्विक आर्थिक स्थिति में गिरावट के रुख के और गंभीर होने और कच्चे तेल की माँग में कमी संबंधी निवेशकों की चिंता के कारण तेल की कीमत मंगलवार को घटकर 17 महीने के निम्नतम स्तर 62 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गई।
दिसंबर की डिलीवरी के लिए लाइट स्वीट क्रूड न्यूयॉर्क मर्केंटाईल एक्सचेंज में 87 सेंट फिसलकर 62.35 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुँच गया।
सिंगापुर में हडसन कैपिटल एनर्जी के एशिया निदेशक जोनाथन कोर्नाफेल ने कहा कि यह बहुत गंभीर मंदी है। जून-जुलाई में मैं सोचता था कि यदि वृहत आर्थिक (मैक्रोइकोनॉमिक) व्यवस्था ढह जाती है, तो तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच जाएगी और लगता है हम यही देख रहे हैं।
तेल निवेशक वैश्विक शेयर बाजारों में हो रही गिरावट से संकेत ग्रहण कर रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि मुख्य अर्थव्यवस्थाएँ अगले 12 महीनों में मंदी की ओर बढ़ेंगी।