नहीं चला इलेक्ट्रिक कारों का जादू...
जिनीवा , रविवार, 10 मार्च 2013 (17:14 IST)
जिनीवा। पिछले कई साल तक जिनीवा के अंतरराष्ट्रीय कार मेले में इलेक्ट्रिक कारें छाई रहीं। लेकिन इस साल इलेक्ट्रिक कारों का जलवा नहीं दिख रहा है। इसकी वजह यह है कि कार कंपनियां इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में तेजी का अभी इंतजार ही कर रही हैं।जिनीवा अंतरराष्ट्रीय मोटर शो के 83वें संस्करण से हालांकि इलेक्ट्रिक वाहन पूरी तरह गायब नहीं हुए हैं, लेकिन इस बार इलेक्ट्रिक कार का कोई नया माडल पेश नहीं किया गया है। कार कंपनियों के अधिकारियों ने मीडिया से भी इन मॉडलों का उल्लेख नहीं किया।बीआईपीई के विश्लेषक क्लेमेंट ड्यूपॉन्ट रॉक ने कहा कि पेरिस में 2010 में हुए आटो शो के बाद इलेक्ट्रिक कारों को लेकर जनता का विश्वास कम हुआ है।उस समय फ्रांसीसी कार कंपनी रेनो ने अपने पहले इलेक्ट्रिक वाहनों की बुकिंग शुरू की थी और उसके मुख्य कार्यपालक अधिकारी कालरेस घोष ने कहा था कि 2020 तक कुल कार बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी 10 फीसद होगी। रेनो की सहयोगी पीएसए भी इस क्षेत्र में उतरी थी और साथ ही जापान की निसान ने लीफ उतारी थी।पर आज की तारीख में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री उम्मीद से नीचे आ चुकी है। फ्रांस को यूरोप में इलेक्ट्रिक कारों का सबसे प्रमुख बाजार माना जाता है। पिछले साल वहां 6,000 से भी कम इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हुए। बिक्री में गिरावट की वजह से तो जिनीवा में इलेक्ट्रिक कारों का जादू घटा है। लेकिन इसकी कुछ और वजहें भी हैं।जापान की मित्सुबिशी के अध्यक्ष ओसामु मासुको ने कहा कि इलेक्टिक कारों के मोर्चे पर हमें तीन मुद्दों से निपटना है। पहला कीमत, दूसरा माइलेज और तीसरा ढांचा है। (भाषा)