ऊँचे जोखिम की वजह से भारतीय म्यूचुअल फंडों में निवेश से कतराते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इसके अलावा भारतीयों को इस बात की भी जानकारी नहीं होती कि ये उत्पाद किस तरह से काम करते हैं।
शोध एवं विश्लेषण फर्म बॉस्टन एनालिटिक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार म्यूचुअल फंड पिछले दो दशक से बाजार में उपलब्ध हैं और इनके प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियाँ 28 फरवरी, 2010 की स्थिति के अनुसार 7,81,711. 52 करोड़ रुपए पर पहुँच गई हैं। ...लेकिन इसके बावजूद देश के सिर्फ 10 फीसद परिवारों ने म्यूचुअल फंडों में निवेश किया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि निवेशक म्यूचुअल फंडों में इसलिए निवेश नहीं करते, क्योंकि इसमें काफी जोखिम जुड़ा होता है। साथ ही लोगों को म्यूचुअल फंड के काम के तरीके बारे में भी जानकारी का अभाव होता है।
यह सर्वेक्षण मार्च, 2010 की स्थिति के अनुसार 15 शहरों में किया गया, जिसमें 10,000 लोगों को शामिल किया गया।
मेट्रो और टियर एक शहरों में रहने वाले ऊँची बचत करने वाले लोगों में से 40 प्रतिशत ने कहा कि इनमें निवेश काफी जोखिम भरा होता है। टियर दो शहरों के 33 फीसद लोगों का कहना था कि वे यह नहीं जानते कि म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे किया जाता है।
म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले दस में से नौ व्यक्तियों का कहना था कि उन्होंने इसमें इसलिए निवेश किया, क्योंकि म्यूचुअल फंड का प्रबंधन अन्य परिसंपत्तियों की तुलना में ज्यादा पेशेवर तरीके से होता है। (भाषा)