बहुराष्ट्रीय एचएसबीसी बैंक के एशियाई क्षेत्र के वरिष्ठ अर्थशास्त्री रोबर्ट प्रायोर वांडंसफोर्ड ने आर्थिक मंदी के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर बढ़ाने के लिए दूसरे राहत पैकेज को अपर्याप्त बताया है।
वांडंसफोर्ड ने आज कहा कि सरकार के पिछले सप्ताह वित्तीय और मौद्रिक स्तर पर किए गए प्रयासों को कंपनियों, ढाँचागत निधि के विकास, संकट से जूझ रहे ऑटो क्षेत्र, रीयल एस्टेट तथा निर्यात के लिए राहतभरा तो करार दिया है, लेकिन कहा है कि यह आर्थिक व्यवस्था में पुन: जान फूँकने के लिए पर्याप्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर जो प्रयास किए गए हैं वे आर्थिक हालात में जान फूँकने के लिए जरूरी थे, लेकिन यह पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति में कुछ माह और रहने वाले संकट से निपटने तथा नौकरियों में कटौती के बारे में कोई कदम नहीं उठाया गया है।