बैंकिग, धातु और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दबाव रहने से देश के शेयर बाजारा में गुरुवार को दीपावली की पूर्व संध्या पर तगड़ी गिरावट दर्ज की गई। बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 231 और नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी में 84 अंक टूट गए।
विश्लेषकों का कहना है कि ऋण संकट का असर वैश्विक शेयर बाजारों पर पड़ने की चिंता यहां भी सता रही है। डॉलर के मुकाबले रुपए की मजबूती से सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों पर दबाव है।
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स कल के 19289.83 अंक की तुलना में 19110.40 अंक पर नीचा खुला और करीब 100 अंक बढ़कर ऊपर में 19209.91 अंक तक गया। बिकवाली का दबाव रहने से सत्र में 19000 हजार अंक से नीचे 18917.40 अंक तक टूटने के बाद एलऐंडटी, हिन्दुस्तान यूनीलीवर और डॉ. रेड्डी लैबोरेट्रीज जैसी कंपनियों को छिटपुट मिले समर्थन से मामूली सुधरने के बावजूद कुल 230.90 अर्थात 1.20 प्रतिशत गिरकर 19058.93 अंक रह गया। तीन कारोबारी दिवसों से सेंसेक्स में प्रत्येक दिन 100 अंक से अधिक का नुकसान रहा है।
एनएसई का निफ्टी 83.60 अंक अर्थात 1.2 प्रतिशत की गिरावट से 5698.75 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्माल कैप भी लगातार तीसरे दिन नुकसान में रहे। यह क्रमश: 40.18 तथा 84.22 अंक नीचे आए। बीएसई के अन्य सूचकांकों में बैंकेक्स 267.03 अंक धातु 318.20, सूचना प्रौद्योगिकी 44.56 अंक और रियलटी 213.17 अंक नीचे रहे।