देश के विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में 'प्लेसमेंट' अभियान की शुरुआत हुई जिसमें कई छात्रों को 1करोड़ रुपए से अधिक का पैकेज मिला। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि यह कोविड से पहले के समय से भी बेहतर प्रदर्शन है। आईआईटी दिल्ली में कम से कम 60 छात्रों को 1 करोड़ रुपए का पैकेज मिला। आईआईटी रूड़की के एक छात्र को तकनीक के क्षेत्र में काम करने वाली एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी ने 2.15 करोड़ रुपए का वार्षिक पैकेज दिया।
इसी प्रकार आईआईटी बॉम्बे के एक छात्र को उबर कंपनी ने लगभग 2.05 करोड़ रुपए के पैकेज का प्रस्ताव दिया जबकि आईआईटी गुवाहाटी के एक छात्र को 2 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष का पैकेज मिला। वाराणसी स्थित आईआईटी के 5 छात्रों को उबर ने नौकरी का प्रस्ताव दिया। इन 5 में से 1 छात्र को कंपनी के अमेरिका स्थित कार्यालय में काम करने का प्रस्ताव मिला जबकि एक अन्य को 2 करोड़ रुपए का वार्षिक पैकेज मिला। कुल 55 कंपनियों ने आईआईटी बीएचयू के छात्रों को 232 ऑफर लेटर दिए जिसमें औसत 32.89 लाख रुपए और न्यूनतम 12 लाख रुपए वार्षिक वेतन का पैकेज दिया गया है।
आईआईटी मद्रास की ओर से कहा गया कि प्लेसमेंट के पहले दिन पिछले साल के मुकाबले 43 प्रतिशत अधिक प्रस्ताव आए। आईआईटी बाजार में औसत वार्षिक वेतन में 16 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। आईआईटी मद्रास में पहले दिन 34 कंपनियों ने 176 पैकेज दिए, जो कि पहले दिन आने वाले नौकरी के प्रस्तावों की सर्वाधिक संख्या है। संस्थान ने कहा कि 11 छात्रों को अंतरराष्ट्रीय प्रस्ताव मिले।