नई दिल्ली। समान विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्नातक स्तर (सीयूईटी-यूजी) पहले ही साल में अनेक विसंगतियों का सामना कर रही है जिस कारण परीक्षाएं निरस्त करनी पड़ी हैं और अभ्यर्थियों के लिए चिंताजनक स्थिति बन गई है। देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में पहले साल में 14.9 लाख से अधिक अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं। परीक्षा के दौरान आईं परेशानियों और खामियों की फेहरिस्त कुछ इस प्रकार है।
*परीक्षा केंद्र में बदलाव : परीक्षा के पहले दिन 15 जुलाई को परीक्षा केंद्र में अंतिम समय में बदलाव से कई अभ्यर्थी परीक्षा से चूक गए। दिल्ली के अनेक केंद्रों पर सुबह के समय परीक्षा के लिए पहुंचे उम्मीदवारों ने बताया कि उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया।
बाद में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने घोषणा की कि परीक्षा से 1 रात पहले जिन विद्यार्थियों को ई-मेल और एसएमएस से परीक्षा केंद्र में बदलाव की सूचना दी गई थी, उन्हें पुन: परीक्षा का अवसर नहीं मिलेगा। बाद के चरणों में भी अभ्यर्थियों ने अंतिम क्षण में परीक्षा केंद्र में परिवर्तन की शिकायत की।
*गड़बड़ी की खबरों के बाद सामूहिक स्तर पर परीक्षा रद्द : दूसरे चरण में 4 अगस्त को पहले दिन दूसरी पाली की परीक्षा सभी केंद्रों पर निरस्त कर दी गई। पूरे चरण में ऐसा किया गया और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष ने कहा कि गड़बड़ी की खबरों के बाद परीक्षा निरस्त की गई है। दूसरे चरण के उम्मीदवारों को इस महीने के अंत में पुन: परीक्षा का अवसर मिलेगा।
*पसंद के परीक्षा केंद्र के लिए परीक्षा स्थगित : तीसरे चरण में 11,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए परीक्षा स्थगित कर दी गई, क्योंकि उनकी पसंद के शहर में परीक्षा केंद्र आवंटित नहीं किया जा सका। वे भी 30 अगस्त को परीक्षा देंगे।
*परीक्षा की तारीखों में बदलाव : कई उम्मीदवारों ने दावा किया है कि बिना पूर्व सूचना के उनकी परीक्षा तिथियों को परिवर्तित किया जा रहा है जिससे वे परीक्षा नहीं देने को मजबूर हो रहे हैं। पुन: परीक्षा के संबंध में सही जानकारी पाने के लिए विद्यार्थी एनटीए और यूजीसी 2नों से संपर्क साध रहे हैं।
*प्रवेश परीक्षाओं में गुजर चुकी तारीख का उल्लेख : सीयूईटी-यूजी के अनेक अभ्यर्थियों ने दावा किया है कि उनके प्रवेश पत्र पर परीक्षा की जो तारीख अंकित है, वह गुजर चुकी है और पहले उन्हें दूसरी तारीख बताई गई थी। एनटीए ने उम्मीदवारों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और उन्हीं तारीखों के हिसाब से तैयारी करें जो उन्हें पहले बताई गई थी। एनटीए के अनुसार उनके प्रवेश पत्रों पर जल्द ही सही तारीख होगी।
*तकनीकी खामियों के कारण परीक्षा रद्द : तकनीकी खामियों के कारण 17 अगस्त को सीयूईटी का चौथा चरण बाधित हुआ। एनटीए को इस कारण 13 केंद्रों पर परीक्षा रद्द करनी पड़ी जिससे 8,600 उम्मीदवार प्रभावित हुए।
*बारिश, भूस्खलन के कारण परीक्षाएं स्थगित : दूसरे और तीसरे चरण में केरल तथा ईटानगर के कुछ केंद्रों पर बारिश और भूस्खलन के चलते भी परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ा। अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में केवल 3 उम्मीदवार 2 परीक्षा केंद्रों तक पहुंच सके और बाकी भूस्खलन के कारण परीक्षा नहीं दे सके। सभी प्रभावित छात्रों को पुन: परीक्षा का अवसर मिलेगा।
*तय कार्यक्रम में देरी : प्रारंभिक योजना के अनुसार सीयूईटी-यूजी के सभी चरण 20 अगस्त तक समाप्त होने थे। एनटीए ने बाद में घोषणा की थी कि परीक्षा के सभी चरण 28 अगस्त को समाप्त होंगे। हालांकि कार्यक्रम को और टाला गया है तथा परीक्षा को 6 चरणों में कराते हुए 30 अगस्त को संपन्न कराया जाएगा। इसके कारण विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया और लंबित हुई है।
*एनटीए ने विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहे उम्मीदवारों के लिए एक विशेष शिकायत निवारण ई-मेल की घोषणा की है। यूजीसी के अनुसार प्रत्येक शिकायत का आकलन किया जा रहा है और सत्यापन के बाद फैसला लिया जा रहा है कि उम्मीदवार को पुन: परीक्षा की अनुमति देनी है या नहीं?
यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने पिछले सप्ताह कहा था कि विभिन्न विसंगतियों से इस महत्वपूर्ण परीक्षा की विस्तार योजना प्रभावित नहीं होगी जिसमें इसे जेईई और नीट के साथ मिलाने तथा साल में 2 बार परीक्षा कराने का विचार है।