पेशेवर स्नातकों के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर ने बुधवार को वर्चुअल लर्निंग के माध्यम से 4 नए स्नातकोत्तर कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।
संस्थान के निदेशक अभय करंदीकर ने पत्रकारों से कहा कि अगले साल 1 जनवरी से शुरू होने वाला ई-मास्टर्स कार्यक्रम पेशेवरों के कौशल को बढ़ाने और उनके करियर विकल्पों को बढ़ाने में मदद करेगा।
ऑनलाइन कोर्स के कम से कम एक साल और अधिकतम 3 साल की अवधि में पूरा किया जा सकता है जिसके लिए अभ्यर्थी को न्यूनतम 8 लाख रुपए का भुगतान करना होगा।
पाठ्यक्रम के लिए पेशेवर की न्यूनतम योग्यता स्नातक या परास्नातक 55 प्रतिशत अंक के साथ उत्तीर्ण होना जरूरी है हालांकि इसके लिए गेट स्कोर की आवश्यकता नहीं है।
ई-मास्टर्स के इच्छुक अभ्यर्थियों को 4 विकल्प मिलेंगे जिसमें वे संचार प्रणाली साइबर सुरक्षा, विद्युत क्षेत्र विनियमन अर्थशास्त्र और प्रबंधन और डेरिवेटिव बाजार और जोखिम प्रबंधन कार्यक्रम शामिल हैं।
12 मॉड्यूल के साथ उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए समय सीमा न्यूनतम एक और तीन वर्ष निर्धारित की गयी है। सभी कक्षायें आनलाइन होंगी हालांकि उन्हे 15 दिन का कैंपस विजिट करने का मौका मिलेगा।
प्रोफेसर करंदीकर ने कहा कि आईआईटी कानपुर उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने, प्रभावशाली शोध करने और तकनीकी नवाचारों में नेतृत्व प्रदान करने में अग्रणी है। हमारे कार्यकारी शिक्षा प्रमाणन कार्यक्रम उन कामकाजी पेशेवरों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हैं जो डोमेन विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैंl
ईमास्टर्स के लॉन्च के साथ, हमने डिग्री क्रेडेंशियल प्रोग्राम प्रदान करके एक और कदम आगे बढ़ाया है जो कामकाजी पेशेवरों को संसाधनों और ज्ञान के हमारे संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र तक पहुंच प्रदान करता है। हम इस साल 4 कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं, और जल्द ही और जोड़ेंगे।
हम दृढ़ता से मानते हैं कि अग्रणी उद्योग-केंद्रित क्षेत्रों में औपचारिक डिग्री काम करने वाले पेशेवरों के लिए अत्यधिक आकांक्षात्मक होगी। यह उनकी डोमेन विशेषज्ञता को बढ़ाने में मदद करेगा और उन्हें भारत की डिजिटल परिवर्तन यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगा।
इच्छुक उम्मीदवार आवेदन के लिए वेबसाइट एचटीटीपी://ईमास्टर्स.आईआईटीके.एसी.इन/ पर जा सकते हैं। चारों कार्यक्रम में एडमिशन लेने के लिए वेबसाइट पर जा कर आवेदक अप्लाई कर सकते हैं। (वार्ता)