भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सभी खिलाड़ियों के लिए कड़ी चेतावनी जारी की कि जो भी खिलाड़ी एस्सेल ग्रुप की इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) जुड़ेगा, उसके लिए टीम इंडिया के दरवाजे हमेशा-हमेशा के लिए बंद हो जाएँगे।
बीसीसीआई ने यह चेतावनी आईसीएल के वर्तमान और पूर्व खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ने के प्रयासों में तेजी लाने के बाद जारी की है।
बीसीसीआई के सचिव निरंजन शाह ने यहाँ कहा कि हमारा रुख साफ है। जो भी खिलाड़ी आईसीएल से जुड़ेगा, वह फिर कभी देश के लिए नहीं खेल सकेगा। अब ये खिलाड़ियों पर है कि वे क्या फैसला करते हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने भी गुरुवार को अपने खिलाड़ियों को आईसीएल में न खेलने की हिदायत देते हुए कहा था कि जो भी खिलाड़ी लीग से जुड़ेगा, उसके लिए राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं होगी।
बीसीसीआई ने कहा कि लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय टीम के साथ-साथ घरेलू टूर्नामेंटों के दरवाजे भी बंद हो जाएँगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या बोर्ड की चेतावनी उन युवा खिलाड़ियों के लिए भी है, जो अभी तक देश के लिए नहीं खेले हैं? शाह ने कहा कि यह सभी खिलाड़ियों पर लागू होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व कप्तान कपिल देव के राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के चेअरमैन के रूप में बने रहने के बारे में फैसला 21 अगस्त को बोर्ड की बैठक में लिया जाएगा।
शाह ने कहा कि बीसीसीआई को आईसीएल से कोई खतरा नहीं है और वैसे भी अभी तक वह पूर्व खिलाड़ियों को ही अपने साथ जोड़ने में सफल रही है।
लीग के साथ जुड़ने वाले प्रमुख खिलाड़ियों में वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा, कपिल देव, किरण मोरे, संदीप पाटिल, मदनलाल और बलविंदर सिंह संधू शामिल हैं।
आईसीएल की इस साल अक्टूबर में ट्वंटी-20 टूर्नामेंट आयोजित करने की योजना है। करीब डेढ़ महीने तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में छह टीमें शिरकत करेंगी।