नई दिल्ली। भारतीय कप्तान अनिल कुंबले के संन्यास पर क्रिकेट जगत में उन्हें एक चैम्पियन गेंदबाज, आदर्श खिलाड़ी और योद्धा बताते हुए कहा है कि उनके संन्यास से क्रिकेट का एक युग समाप्त हो गया है। कुंबले के संन्यास पर पूर्व और मौजूदा क्रिकेटरों ने भावभीनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने कहा कि मैंने उनके जैसा चैम्पियन और अनुशासित खिलाड़ी कभी नहीं देखा। हम दोनों ने अपना करियर लगभग एक समय शुरू किया था और लंबे समय तक एक दूसरे के साथ खेले। वह पूरी प्रतिबद्धता रखने वाले बड़े दिल के खिलाड़ी थे।
मास्टर ब्लास्टर के अनुसार वह हमेशा अपना सौ प्रतिशत देने में विश्वास रखते थे और जब मैंने उन्हें आखिरी बार कैप थमाई तो मैंने उनसे कहा कि आपने देश को गौरव प्रदान किया और भविष्य की पीढ़ियाँ सदैव याद रखेंगी।
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि वह खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक रहे है। पाकिस्तान के खिलाफ सभी दस विकेट, ओवल में शतक और वेस्टइंडीज में टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी करना उनके करियर के यादगार क्षण थे।
कुंबले के राज्य के साथी और टीम के सीनियर सदस्य राहुल द्रविड़ ने भी उनकी जमकर सराहना की और कहा कि वह क्रिकेट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहे हैं।
चयनकर्ता प्रमुख कृष्णमाचारी श्रीकांत ने कहा कि कुंबले भविष्य की पीढ़ियों के लिए आदर्श बने रहेंगे। टीम में कई खिलाड़ी जिनके नाम मैं आपको नहीं बता सकता, वे कुंबले के फैसले पर आँसुओं में डूब गए थे। कुंबले का सन्यास भारतीय टीम और मेरे लिएयह भावुक क्षण थे।
पूर्व कप्तान कपिल देव ने कुंबले को एक शानदार इनसान और सच्चा योद्धा बताया। कपिल ने कहा कि वह एक सच्चे योद्धा खिलाड़ी रहे, जो कभी हार नहीं मानते थे। वह कभी किसी तरह के विवाद में नहीं उलझे। उन्होंने जो कुछ किया, वह अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के साथ किया। वह क्रिकेट के शानदार राजदूत रहे।
पूर्व ऑफ स्पिनर ईरापल्ली प्रसन्ना ने कहा कि वह देश के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक थे। वह एक बेहतरीन इनसान होने के साथ साथ मजबूत इरादों वाले खिलाड़ी थे।
पूर्व कप्तान बिशनसिंह बेदी ने कहा कि कुंबले ने सही समय पर संन्यास लिया। पूरे देश को उनके योगदान पर गर्व होना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कुंबले के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक दु:खद दिन है। चैपल ने कहा कि कुंबले एक ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने अपने पूरे करियर में खेल को सही खेल भावना के साथ खेला।
पूर्व ऑलराउंडर रवि शास्त्री ने कहा कि उन्होंने अपना संन्यास सही समय पर लिया। कुंबले की क्रिकेट जगत में हमेशा कमी महसूस की जाएगी।
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सचिव बृजेश पटेल ने कुंबले के संन्यास पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि वह एक महान क्रिकेट रहे और उनकी 600 विकेट की उपलब्धि को हमेशा याद रखा जाएगा। (वार्ता)