कोहली की कप्तानी पारी से जीता भारत
फतुल्लाह , बुधवार, 26 फ़रवरी 2014 (22:20 IST)
फतुल्लाह। विराट कोहली ने अपनी लाजवाब कप्तानी पारी से आज यहां मुशफिकर रहीम के साहसिक प्रयास पर पानी फेरने के साथ ही भारत को एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में मेजबान बांग्लादेश पर छह विकेट की शानदार जीत दिलाई। यह मैच दोनों कप्तानों के बीच मुकाबले के लिए याद किया जाएगा, जिसमें भारतीय कप्तान ने बाजी मारी। महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में टीम की कमान संभाल रहे कोहली ने 122 गेंदों पर 16 चौकों और दो छक्कों की मदद से 136 रन बनाए और इस बीच अंजिक्य रहाणे (73) के साथ तीसरे विकेट के लिए 213 रन की साझेदारी की, जिससे भारत ने 49 ओवर में चार विकेट पर 280 रन बनाकर बांग्लादेश के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को आसानी से हासिल किया। इससे पहले बांग्लादेशी पारी कप्तान मुशफिकर के इर्द गिर्द घूमती रही। मुशफिकर ने वरुण आरोन की गेंद से पसली पर चोट लगने के बावजूद 113 गेंदों पर 117 रन बनाए। उन्होंने युवा सलामी बल्लेबाज अनामुल हक (77) के साथ तीसरे विकेट के लिए 133 रन की साझेदारी की। इससे बांग्लादेश मोहम्मद शमी (50 रन देकर चार विकेट) से मिले झटकों के बावजूद सात विकेट पर 279 रन बनाने में सफल रहा। कोहली और रहाणे ने ऐसे समय में बड़ी साझेदारी निभाई जबकि टीम का स्कोर दो विकेट पर 54 रन था। इससे पांच बार का चैंपियन भारत टूर्नामेंट में जीत के साथ शुरुआत करने में सफल रहा। भारत अपना दूसरा मैच 28 फरवरी को श्रीलंका से खेलेगा। भारतीय सलामी बल्लेबाजों शिखर धवन (28) और रोहित शर्मा (21) ने फिर से निराश किया। इन दोनों ने बेहद धीमी और नीरस शुरुआत की तथा क्रीज पर अच्छी तरह पांव जमाने के बाद फिर से लंबी पारी खेलने में नाकाम रहे। उन्होंने 68 गेंदों पर 50 रन की साझेदारी की। कोहली ने चार रन के अंदर दो झटके लगने के बावजूद अपने नैसर्गिक अंदाज में बल्लेबाजी और शुरू से ढीली गेंदों को निशाना बनाकर रन गति तेज की। उन्होंने सोहाग गाजी की गेंद पर छक्का लगाया। रहाणे ने गेंदबाजी और पिच को भांपने के बाद रूबैल हुसैन की शॉर्ट पिच गेंद थर्ड मैन पर छह रन के लिए भेजी। इन दोनों ने तेज गेंदबाजों के अलावा बांग्लादेशी स्पिनरों को भी कुंद करने में कसर नहीं छोड़ी। कोहली ने बल्लेबाजी पावर-प्ले के दौरान 38वें ओवर में मशरफी मुर्तजा की गेंद थर्डमैन पर खेलकर अपना 19वां वनडे शतक पूरा किया। यह लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली का 13वां शतक है जिसके लिए उन्होंने 95 गेंद खेली तथा 12 चौके और एक छक्का लगाया। कोहली का कप्तान के रूप में यह नौवें मैच में तीसरा शतक है। रहाणे ने इसके बाद रूबैल की गेंद को फाइन लेग पर चार रन के लिए भेजकर अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया। यह साझेदारी तोड़ने के लिए मुशफिकर ने सभी हथकंडे अपनाए। उन्होंने आठ गेंदबाजों को भी आजमाया लेकिन जब सफलता हाथ लगी तब तक बहुत देर हो चुकी थी।कोहली और रहाणे टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाने के बाद पवेलियन लौटे। रहाणे ने अपनी पारी में 83 गेंद खेली तथा सात चौके और एक छक्का लगाया। अंबाती रायुडु नौ और दिनेश कार्तिक दो रन बनाकर नाबाद रहे। भारत की यह पिछले आठ मैचों के बाद पहली जीत है। उसने इससे पहले विदेशी सरजमीं पर पिछली जीत कोहली की कप्तानी में ही अगस्त 2013 में जिम्बाब्वे में हासिल की थी। भारत ने बांग्लादेश को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया। शमी ने जल्द ही शमसुर रहमान (7) को आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई। रविचंद्रन अश्विन ने दिनेश कार्तिक की बेहतरीन विकेटकीपिंग से अपनी पहली गेंद पर मोनिमुल हक (23) को पैवेलियन भेजकर स्कोर दो विकेट पर 49 रन कर दिया, लेकिन युवा अनामुल ने अपने दर्शनीय स्ट्रोक से दर्शकों को रोमांचित किया। इस बीच तीसरे तेज गेंदबाज आरोन की खराब गेंदबाजी का भी भारत ने खामियाजा भुगता। अनामुल ने उन पर लांग ऑन पर दो छक्के लगाए। आरोन 140 किमी की रफ्तार से गेंद कर रहे थे लेकिन उनकी लेंथ सही नहीं थी। उन्होंने 7.4 ओवर में 74 रन दिए और कमर की उंचाई से दो गेंद करने के कारण उन्हें गेंदबाजी से रोक दिया गया था। आरोन बांग्लादेश के खिलाफ सर्वाधिक रन लुटाने वाले गेंदबाजों की सूची में संयुक्त अरब अमीरात के खुर्रम खान (78) के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए। उनके लिए राहत की बात यही रही कि वह अनामुल को बोल्ड करने में सफल रहे। अनामुल ने 106 गेंद खेली तथा पांच चौके और तीन छक्के लगाए। जब शमी दूसरे छोर से विकेट निकाल रहे थे तब बांग्लादेशी कप्तान ने भी रन जुटाने जारी रखे। आखिरी ओवर में आउट होने से पहले मुशफिकर बांग्लादेश की तरफ से भारत के खिलाफ सर्वाधिक व्यक्तिगत पारी खेलने वाले बल्लेबाज बने। उन्होंने कपाली (115) का रिकॉर्ड तोड़ा। (भाषा)