सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए चमत्कार की आस लगाए बैठे कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स का शनिवार को यहाँ सामना होगा तो दोनों की नजरें धमाकेदार जीत दर्ज करने पर लगी होंगी।
दोनों टीमें एक ही नाव में सवार हैं। उन्हें बड़े अंतर से जीत के साथ दूसरे मैचों के सकारात्मक नतीजे आने की दुआ भी करनी होगी।
सत्र की शुरुआत शाही अंदाज में करने वाले नाइटराइडर्स लय बरकरार नहीं रख पाए। पिछले साल आखिरी स्थान पर रहने के बाद जॉन बुकानन की छुट्टी करने वाले नाइटराइडर्स ने विश्व कप विजेता कोच डेव वाटमोर, पाकिस्तान के महान गेंदबाज वसीम अकरम की सेवाएँ लेने के साथ भारत के सबसे सफल कप्तान रहे सौरव गांगुली को पुन: टीम की कमान सौंपी।नाइटराइडर्स ने दूसरी टीमों की अपेक्षा काफी पहले तैयारी शुरू की लेकिन मैदान पर अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर सके। अभी तक वे सही संयोजन की तलाश में हैं।कैरेबियाई तूफानी बल्लेबाज क्रिस गेल ने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया है। गांगुली ने सर्वाधिक 376 रन बनाए हैं लेकिन वे टी-20 प्रारूप के अनुरूप तेजी से खेल नहीं दिखा सके। ब्रेंडन मैकुलम और डेविड हसी नाकाम रहे। वहीं मनोज तिवारी, चेतेश्वर पुजारा और रिधिमान साहा ने भी निराश किया।अकरम से गुर सीखने के बावजूद केकेआर के गेंदबाज लय के लिए जूझते रहे। ईशांत शर्मा और अजित अगरकर में ‘किलर स्टिंक्ट’ नहीं दिखी। न्यूजीलैंड के शेन बांड सरीखे गेंदबाज के होते हुए केकेआर 200 रन बनाने के बावजूद हार गया। इसके अलावा उनका रनरेट (-0.632) भी बाकी टीमों से कम रहा। रॉयल्स के लिए यह लीग चरण में उनका आखिरी मैच है और वे नेट रनरेट बेहतर करना चाहेंगे। उनकी बल्लेबाजी में गहराई है और माइकल लम्ब तथा नमन ओझा के रूप में उनके पास अच्छे सलामी बल्लेबाज हैं।यूसुफ पठान और शेन वॉटसन जैसे उपयोगी हरफनमौलाओं के रहते शेन वॉर्न की टीम मैच का रुख कभी भी बदल सकती है। (भाषा)