भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपनी राज्य इकाइयों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे 2009 तक अपने स्वयं के स्टेडियम तैयार करें। तभी उन्हें अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी सौंपी जाएगी।
पंजाब क्रिकेट संगठन के अध्यक्ष आईएस बिंद्रा ने कहा कि सभी राज्य इकाइयाँ आर्थिक रूप से सक्षम हैं कि वे स्वयं के स्टेडियम बनवा सकें।
गुवाहाटी जैसे मैदानों को भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी नहीं सौंपी जाएगी। गुवाहाटी में भारत और पाकिस्तान के बीच पहला एक दिवसीय मैच खेला गया था। उन्होंने कहा कि स्टेडियम में क्रिकेट के अलावा अन्य गतिविधियाँ स्वीकार नहीं की जाएँगी।
गुवाहाटी में क्रिकेट के अलावा फुटबॉल और अन्य खेलों के आयोजन होते हैं। हमने राज्य संगठनों से कह दिया है कि अपने स्टेडियम तैयार करें, जिनमें सिर्फ क्रिकेट ही खेला जाए।
गुवाहाटी के अलावा विदर्भ, राजकोट, बड़ौदा और कोच्चि को भी अपने स्टेडियम तैयार करने के लिए कहा गया है। बीसीसीआई की पिच समिति के चेयरमैन दलजीतसिंह ने कहा- क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों के आयोजन के कारण गुवाहाटी में मैदान की स्थिति बहुत खराब थी।