कर्नाटक के छह फुट लंबे गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन ने तीन बरस पहले तक सोचा भी नहीं था कि वे कभी टीम इंडिया का हिस्सा बनेंगे, क्योंकि बचपन से ही उनके दिल में एथलेटिक्स, खासकर चक्का फेंक में कुछ कर गुजरने के ख्वाब हिलोरे मार रहे थे।
कहा जाता है कि 17 साल की उम्र तक उन्होंने क्रिकेट गेंद को छुआ तक नहीं था। यही नहीं, प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वे अभी एक साल के भी नहीं हुए हैं।
ऐसे में 20 वर्षीय मिथुन की यह प्रतिक्रिया स्वाभाविक ही है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर में छह फरवरी से होने वाले पहले टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने पर उन्हें ‘सुखद आश्चर्य’ हो रहा है।
रणजी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी जैसी प्रतिष्ठित घरेलू प्रतियोगिताओं में अपने बढ़िया प्रदर्शन से राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान खींचने वाले युवा गेंदबाज ने कहा कि वाकई, मुझे चयनकर्ताओं के इस बुलावे की उम्मीद नहीं थी। मैं बेहद खुश और आश्चर्यचकित हूँ।
मिथुन ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में बेंगलूर रॉयल चैलेंजर्स की नुमाइंदगी करते हुए वे पिछले साल मैदान पर दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों के दाँव-पेंच करीब से देख चुके हैं। लिहाजा उन्हें भरोसा है कि मौका मिलने पर वे इस अनुभव का फायदा उठा पाएँगे और दक्षिणी अफ्रीका के टेस्ट चक्रव्यूह को भेद पाएँगे। वे हालाँकि साफ करते हैं कि उनकी अपनी धारदार बाउंसरों से दक्षिण अफ्रीका के किसी खास बल्लेबाज को निशाना बनाने की योजना नहीं है।
मितभाषी मिथुन ने कहा कि मैं आत्मविश्वास से भरा हूँ और सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दे रहा हूँ, मगर यह भरोसा जरूर दिला सकता हूँ कि मौका मिला तो बेहतरीन प्रदर्शन की पूरी कोशिश करूँगा।
नागपुर की पिच के बारे में उन्होंने अनुमान लगाया कि यह शुरुआत में कुछ उछाल वाली रह सकती है, जिससे तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी। (भाषा)