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तूफानी शतकों के जनक थे अब्बास, कपिल

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नई दिल्ली (भाषा) , गुरुवार, 12 मार्च 2009 (13:45 IST)
वीरेंद्र सहवाग ने बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ केवल 60 गेंद पर शतक जड़कर एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज सैकड़े का भारतीय रिकॉर्ड अपने नाम करके उस कहानी को एक नया रूप दिया जिसकी शुरुआत 1983 में कपिल देव ने की थी।

सहवाग ने मोहम्मद अजहरुद्दीन के 17 दिसंबर 1988 को न्यूजीलैंड के खिलाफ ही 62 गेंद पर बनाए गए शतक का रिकॉर्ड भंग किया। वे इससे पहले भी न्यूजीलैंड के खिलाफ ही 2001 में कोलंबो में अजहर का रिकॉर्ड तोड़ने की स्थिति में थे लेकिन तब उन्होंने 69 गेंद पर शतक ठोंका था।

अजहर ने भी कहा कि उन्हें खुशी है कि सहवाग जैसे बल्लेबाज ने उनका रिकॉर्ड तोड़ा। उन्होंने कहा 'मुझे हैरानी है कि इस रिकॉर्ड को टूटने में बीस साल का समय लगा, क्योंकि जिस तरह से तेज क्रिकेट खेली जा रही है और पावरप्ले का नियम बना है उसे देखते हुए इसे काफी पहले टूट जाना चाहिए था।'

उन्होंने कहा 'लेकिन मुझे खुशी है कि सहवाग ने यह रिकॉर्ड तोड़ा। वे इसके काबिल हैं और मैंने हमेशा उन्हें खेलते हुए देखने का भरपूर लुत्फ उठाया है।' पिछले एक साल में दो बार अजहरुद्दीन का यह रिकॉर्ड टूटने की संभावना बनी थी।

कराची में पिछले साल जून में सुरेश रैना ने 66 गेंद पर शतक पूरा किया था जबकि इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में नवंबर में युवराजसिंह केवल दो गेंद से रिकॉर्ड अपने नाम करने से चूक गए थे। आखिरकार सहवाग ने 20 साल पुराना यह रिकॉर्ड भंग कर दिया।

एकदिवसीय क्रिकेट में तूफानी पारियों और कम गेंदों पर शतक पूरा करने की शुरुआत वैसे भारतीय उप महाद्वीप के तीन बल्लेबाजों जहीर अब्बास, जावेद मियाँदाद और कपिल देव तथा वेस्टइंडीज के विव रिचर्ड्स ने की थी।

पाकिस्तानी बल्लेबाज अब्बास ने दिसंबर 1982 में मुल्तान में भारत के खिलाफ केवल 72 गेंद पर शतक पूरा करके नया रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने इसी सिरीज के लाहौर में खेले गए मैच में 76 गेंद पर सैकड़ा जमाया। इस मैच में मियाँदाद ने 73 गेंद पर 100वाँ रन बनाया लेकिन वे अब्बास का रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए थे।

कपिल ने 1983 विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ टनब्रिज वेल्स में खेली गई नाबाद 175 रन की ऐतिहासिक पारी के दौरान जहीर अब्बास के रिकॉर्ड की बराबरी करके नया भारतीय कीर्तिमान बनाया था। असल में यह भारत की तरफ से एकदिवसीय क्रिकेट में लगाया गया पहला शतक था जिसमें सैकड़े तक पहुँचने के लिए कपिल ने 72 गेंदें खेली थीं।

वेस्टइंडीज के विव रिचर्ड्स दिसंबर 1983 में सबसे तेज शतक बनाने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करने की स्थिति में पहुँचे थे लेकिन भारत के खिलाफ जमशेदपुर में खेले गए इस मैच में आखिर में उन्होंने 73 गेंद पर शतक पूरा किया था।

इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर 80 से कम गेंद पर शतक बनाने वाले चौथे बल्लेबाज बने। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 1985 में एडिलेड में 78 गेंद पर सैकड़ा जमाया था।

अजहरुद्दीन ने हालाँकि केवल 62 गेंद पर शतक ठोंककर कपिल का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर दिया। यह रिकॉर्ड आठ साल तक उनके नाम पर बना रहा। श्रीलंका के सनथ जयसूर्या ने अप्रैल 1996 में पाकिस्तान के खिलाफ सिंगापुर में 48 गेंद में शतक ठोंककर तूफानी बल्लेबाजों के सामने एक नई चुनौती पेश कर दी थी।

जयसूर्या का यह रिकॉर्ड हालाँकि केवल छह महीने ही उनके नाम रहा और पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने अक्टूबर 1996 में श्रीलंका के खिलाफ नैरोबी में केवल 37 गेंद पर सैकड़ा जमाकर एक ऐसी संख्या बल्लेबाजों के सामने रख दी जिस तक पहुँचना अब भी चुनौती बनी हुई है।

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