भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 26 दिसंबर से शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में क्रिकेट विशेषज्ञों द्वारा मैन ऑफ द मैच का चयन करने का पारंपरिक तरीका ही अपनाया जाएगा।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल में समाप्त हुई श्रृंखला में दर्शकों के मतों के आधार पर मैन ऑफ द मैच चुनने का प्रयोग किया था जिससे विवाद पैदा हो गया था।
होबार्ट में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज डग ब्रेसवेल ने अपनी टीम को जीत दिलाई, लेकिन मैन ऑफ द मैच पुरस्कार में उनको नजरअंदाज किया गया।
ब्रेसवेल ने 40 रन देकर छह विकेट लिए और मैच में उन्होंने 60 रन देकर नौ विकेट हासिल किए लेकिन मैन ऑफ द मैच पुरस्कार ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को दिया गया, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में नाबाद 123 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया हालांकि लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया था। वॉर्नर को 58 प्रतिशत जबकि ब्रेसवेल को 27 प्रतिशत मत मिले थे। सीए के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड ने कहा कि भारत के खिलाफ विशेषज्ञ ही मैन ऑफ द मैच का फैसला करेंगे।
उन्होंने रेडियो 3एडब्ल्यू से कहा, ‘‘हमने मैन ऑफ द मैच पुरस्कारों के लिए पिछली श्रृंखला में कुछ प्रयोग किए लेकिन अब हम निश्चित तौर पर विशेषज्ञों की राय से ही मैन ऑफ द मैच का फैसला करेंगे। (भाषा)