दुनिया के दो महान स्पिनरों में द्वंद्व
जयपुर , मंगलवार, 13 अप्रैल 2010 (18:09 IST)
इंडियन प्रीमियर लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट अपने अंत की ओर बढ़ रहा है और तीन सेमीफाइनल स्थानों में पहुँचने की उठापटक जारी है, जिससे राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीमें बुधवार को यहाँ होने वाले आईपीएल के अहम मुकाबले में जीत दर्ज करने की कोशिश करेंगी।आधुनिक क्रिकेट के दो महान स्पिनर कल अपनी टीमों की अगुआई करेंगे और यह मैच अनिल कुंबले की नेतृत्व क्षमता और शेन वॉर्न की करिश्माई कप्तानी की सर्वश्रेष्ठता साबित करने का भी मुकाबला होगा।आईपीएल उस चरण में पहुँच चुका है, जिसमें सिर्फ मुंबई इंडियंस ने सेमीफाइनल स्थान पक्का किया है। बेंगलुरुऔर राजस्थान ने अभी तक 12-12 मैचों में से आधों में जीत दर्ज की है, हालाँकि कुंबले की टीम अंक तालिका में अच्छे रन रेट के कारण उपरी क्रम में काबिज है।दोनों टीमों को पिछले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन जो टीम तेजी से दोबारा एकजुट होकर प्रदर्शन करेगी, जीत उसी के नाम होगी। राजस्थान रॉयल्स को मुंबई को 37 रन से हार का सामना करना पड़ा था, इस शिकस्त से उनकी टीम में कई खामियां भी उजागर हुईं ।वहीं रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को पिछले मैच डेक्कन चार्जर्स से पराजय का मुँह देखना पड़ा, जिससे उनका सेमीफाइनल में पहुँचने की राह में बाधा उत्पन्न हो गयी जबकि एक समय उसका अंतिम चार में जगह बनाने में कोई परेशानी नहीं दिख रही थी।वॉर्न और उनकी टीम कल के मैच में बेंगलुरु की टीम के हाथों मिली पहली भिड़ंत में हार का बदला चुकता करने की कोशिश करेगी। यह एकतरफा मुकाबला था, जिसमें बेंगलुरु के प्रवीण कुमार, कुंबले और जाक कैलिस ने राजस्थान को 92 रन पर समेट दिया था और 11 ओवर में यह लक्ष्य हासिल कर टीम को बेहतरीन जीत दिलाई थी।वॉर्न भी कल इसी शानदार प्रदर्शन की तरह वापसी करना चाहेंगे और बेंगलुरु के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ने के लिए उनकी उम्मीदें माइकल लंब, शेन वॉटसन और यूसुफ पठान की बल्लेबाजी पर होंगी। वॉटसन ऑलराउंडर पठान की तरह गेंदबाजी विभाग में भी अहम भूमिका निभाएँगे।हालाँकि यह भी महत्वपूर्ण होगा कि वॉर्न बेंगलुरु के बल्लेबाजों को रोकने के लिए सिद्धार्थ त्रिवेदी और आदित्य डोल का इस्तेमाल किस तरह करते हैं। बेंगलुरु की टीम भी बीती रात डेक्कन चार्जर्स के हाथों मिली शिकस्त को भुलाकर आगे बढ़ने की कोशिश करेगी।मनीष पांडे, कैलिस, रॉबिन उथप्पा, रॉस टेलर और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज की मौजूदगी ही विपक्षी टीम का मनोबल कम करने के लिए काफी है, कुंबले उम्मीद लगाए होंगे कि ये सभी बल्लेबाज सही समय पर क्लिक करें, वर्ना काफी देर हो जाएगी। कैलिस गेंदबाजी में भी अपना जौहर दिखाएँगे, लेकिन डेल स्टेन की शानदार फॉर्म से कुंबले काफी खुश होंगे। (भाषा)