अपने प्रतिद्वंद्वियों पर शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारत और पाकिस्तान की टीमें सोमवार को यहाँ ट्वेंटी-20 विश्व कप चैंपियनशिप में खिताब के लिए एक-दूसरे के आमने-सामने होंगी तो अनुभवी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में टीम को जिताने का दारोमदार युवाओं के काँधे पर होगा।
विश्वकप से एक कदम दूर टीम इंडिया के धुरंधरों की सोमवार को अग्नि परीक्षा की घड़ी होगी, क्योंकि उन्हें अपने परंपरागत प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मैदान में उतरना है। भारत के पक्ष में यह बात जाती है कि लीग मुकाबले में वह पाक को शिकस्त दे चुका है।
फाइनल में पहुँचने की राह में दोनों टीमों ने वनडे और टेस्ट चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाई है। भारत ने मेजबान दक्षिण अफ्रीका को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया, जबकि पाकिस्तान ने श्रीलंका और न्यूजीलैंड जैसी प्रबल दावेदार टीमों को शिकस्त दी।
इन दोनों टीमों की सफलता से क्रिकेट पंडित हैरत में हैं, लेकिन इससे उपमहाद्वीप में क्रिकेट के लिए भूखे दर्शकों के लिए रोमांच पैदा हो गया है। दोनों ही टीमें छह महीने पहले वेस्टइंडीज में हुए वनडे विश्व कप में शुरुआती दौर में बाहर हो गई थीं, जिसके घाव अभी तक हरे हैं।
न तो भारतीय टीम में सचिन तेंडुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली जैसे अनुभवी दिग्गज शामिल हैं और न ही इंजमाम, शोएब अख्तर और मोहम्मद यूसुफ जैसे खिलाड़ी पाकिस्तानी टीम का हिस्सा हैं। दोनों टीमों ने यहाँ तक के सफर में नए युवा खिलाड़ियों की खोज की है।
भारतीय टीम को महेंद्रसिंह धोनी के रूप में नया कप्तान मिला है और उनकी सोच पूर्ववर्ती कप्तानों के मुकाबले तरोताजा है, जिसमें उनका ध्यान सिर्फ खेल के बेसिक्स पर है।
भारत को झटका : भारतीय टीम के लिए यह खबर अच्छी नहीं है। चोटिल वीरेन्द्र सहवाग का फाइनल में खेलना संदिग्ध है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह वीरू का फिटनेस टेस्ट किया जाएगा और यदि वे खेलने के लिए फिट नहीं होते हैं तो उनके स्थान पर दिनेश कार्तिक को खिलाया जा सकता है।