भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान सत्तारूढ़ गुट के 'थिंक टैंक' में से एक राजसिंह डुंगरपुर ने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी ग्राहम फोर्ड का इंकार बोर्ड के लिए शर्मनाक है।
बीसीसीआई ने भारतीय टीम के कोच के लिए फोर्ड को चुना था लेकिन केंट से अनुबंध के कारण उन्होंने इस पेशकश को ठुकरा दिया।
डुंगरपुर ने कहा कि फोर्ड का इंकार बीसीसीआई के लिए शर्म की बात है और किसी के नाम की घोषणा करने से पहले बीसीसीआई को सुनिश्चित कर लेना चाहिए था कि वह भारत आने को तैयार है या नहीं।
उन्होंने कहा फोर्ड का इंकार बोर्ड के लिये शर्मनाक है। बोर्ड को घोषणा करने से पहले पुष्टि करनी चाहिए थी कि केंट उन्हें छोड़ेगा या नहीं। निश्चित तौर पर बोर्ड की खिल्ली उड़ी है इससे पहले बोर्ड के साथ कभी इस तरह की घटना नहीं हुई साथ ही डुंगरपुर ने इस मामले में बोर्ड की जल्दबाजी की आलोचना भी की।
उन्होंने कहा फोर्ड इतना बड़ा नाम नहीं है कि जिनको लेकर हमने इतनी जल्दबाजी दिखाई। चंदू बोर्डे को टीम का मैनेजर नियुक्त करने के बारे में उन्होंने कहा टीम को इस समय कोच की नहीं बड़े भाई की जरूरत है और मुझे पूरी आशा है कि चंदू इस भूमिका में खरे उतरेंगे। वह बहुत मेहनती हैं। कप्तान और चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने नए खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया।