टी20 विश्व कप से भारत के बाहर होने का एक कारण इंडियन प्रीमियर लीग को बताने वाले कोच गैरी कर्स्टन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआई ने कहा कि उसने किसी को भी आईपीएल में खेलने के लिए बाध्य नहीं किया था और अगर खिलाड़ी थकान महसूस करते हैं तो वह आराम की माँग करने के लिए स्वतंत्र हैं।
बीसीसीआई ने कहा कि अगर खिलाड़ी थके हुए हैं और फिट नहीं है तो वह टूर्नामेंट में नहीं खेलने का फैसला कर सकते हैं।
बीसीसीआई की मीडिया और वित्तीय समिति के अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि जब भी कोई खिलाड़ी महसूस करता है कि वह थका हुआ है तो वह इस बात को बोर्ड को बता सकता है और उसे आराम दिया जाएगा। आराम के बाद अगर वह फिट होता है तो चयन के लिए उसके नाम पर दोबारा विचार किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हम किसी भी खिलाड़ी को किसी श्रृंखला या टूर्नामेंट में खेलने के लिए बाध्य नहीं कर रहे। कर्स्टन के इस बयान पर ध्यान दिलाए जाने पर कि भारत के टी-20 विश्व कप से बाहर होने का एक कारण आईपीएल में खेलने के बाद खिलाड़ियों में जज्बे की कमी हो सकता है।
शुक्ला ने कहा यह देश में खेल में सुधार के लिए दिए जा रहे सुझाव हैं। अध्यक्ष (शशांक मनोहर) स्वयं लंदन में हैं और वह इस मामले पर गौर करेंगे।