भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड की जमीन पर 21 वर्ष बाद टेस्ट श्रृंखला जीतने के बाद मंगलवार से शुरू हो रही सात वनडे मैचों की श्रृंखला में भी जीत का सिलसिला कायम रखने के इरादे से उतरेगी।
यहाँ के रोज बाउल स्टेडियम में मंगलवार को दिन-रात्रि होने वाले पहले वनडे मैच में राहुल द्रविड़ की अगुवाई वाली 'टीम इंडिया' क्रिकेट के इस फटाफट संस्करण में भी इंग्लैंड पर अपना दबदबा बनाने की कोशिश करेगी।
भारत इस श्रृंखला में भी सीनियर और युवा खिलाडियों के भरोसे इंग्लैंड को उसकी जमीन पर हराने के मंसूबे देख रहा है। अगर भारतीय खिलाडियों ने अपनी प्रतिभा के हिसाब से प्रदर्शन किया तो इंग्लैंड को काफी दिक्कत हो सकती है।
भारत ने अपनी पिछली वनडे श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को 2-1 से परास्त किया था, जबकि इंग्लैंड को वेस्ट इंडीज के हाथों 1-2 से शिकस्त झेलना पड़ी थी। इंग्लैंड वनडे क्रिकेट में कभी भी एक बड़ी ताकत नहीं रहा है और भारत की मजबूत बल्लेबाजी पंक्ति से निपटना उसके लिए आसान नहीं होगा।
भारतीय टीम ने टेस्ट श्रृंखला में इंग्लैंड को 1-0 से हराने के बाद स्कॉटलैंड के खिलाफ इकलौता वनडे सात विकेट से जीतकर वनडे श्रृंखला की अच्छी तैयारी के संकेत दिए थे, लेकिन इंग्लैंड लायंस के खिलाफ मैच में उसके गेंदबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन से द्रविड़ के माथे पर बल अवश्य आ गया होगा।
बहरहाल इन दोनों मैचों में आफ स्पिनर रमेश पोवार और युवा लेग स्पिनर पीयूष चावला का प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा। लंबे समय के बाद चोट से वापसी कर रहे मुनाफ पटेल की प्रभावहीन गेंदबाजी भारतीय टीम प्रबंधन के लिए जरूर चिंता का विषय है।
इंग्लैंड के खिलाफ मैच में जहीर खान और अजीत आगरकर के ही तेज गेंदबाजी की कमान संभालने की उम्मीद है। तीसरे तेज गेंदबाज के लिए आरपी सिंह और मुनाफ के बीच मुकाबला हो सकता है।
जहाँ तक बल्लेबाजी पंक्ति का सवाल है तो खुद कप्तान द्रविड़ के अलावा मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का साथ आक्रामक युवराजसिंह और विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्रसिंह धोनी देते हुए दिखाई देंगे। स्कॉटलैंड के खिलाफ 'मैन ऑफ द मैच' रहे गौतम गंभीर का भी खेलना लगभग तय लग रहा है।
दिन-रात के इस मुकाबले में जब दोनों टीमें आमने-सामने होंगी तो उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती एकदिवसीय क्रिकेट के फटाफट स्वरूप के अनुरूप खुद को जल्द से जल्द ढालने की होगी।
भारत की तुलना में इंग्लैंड की टीम काफी अनुभवहीन लगती है, लेकिन शानदार हरफनमौला एंड्रयू फ्लिंटॉफ की 4 महीने बाद हुई वापसी के बाद उसका उत्साह बढ़ गया है। फ्लिंटॉफ के अलावा इंग्लैंड के पास केविन पीटरसन जैसे खिलाड़ी भी हैं, जो किसी भी वक्त अपने दम पर मैच का रुख मोड़ने की क्षमता रखते हैं।
इंग्लैंड के वनडे कप्तान के रूप में पॉल कॉलिंगवुड के लिए यह श्रृंखला एक बड़ी चुनौती होगी और वे अपने युवा खिलाड़ियों के बूते भारत को कड़ी चुनौती पेश करना चाहेंगे। कई ऑलराउंडर खिलाडियों की मौजूदगी से भी उन्हें इसमें मदद मिलने की उम्मीद है।
लेकिन टेस्ट श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज रेयान साइडबाटम के चोटिल होकर बाहर होने से उनकी योजना को थोडा झटका जरूर लगा होगा। साइडबाटम ओवल टेस्ट के दौरान लगी चोट से अब तक नहीं उबर पाए हैं।
दोनों टीमें इन खिलाड़ियों में से चुनी जाएँगी : भारत - राहुल द्रविड़, (कप्तान), गौतम गंभीर, सौरव गांगुली, सचिन तेंडुलकर, युवराजसिंह, दिनेश कार्तिक, एमएस धोनी, रमेश पोवार, जहीर खान, अजीत आगरकर, आरपी सिंह, एस श्रीसंत, पीयूष चावला, रॉबिन उथप्पा, मुनाफ पटेल और रोहित शर्मा।
इंग्लैंड - पॉल कॉलिंगवुड (कप्तान), जेम्स एंडरसन, इयान बेल, रवि बोपारा, क्रिस ब्राड, एलिएस्टर कुक, एंड्रयू फ्लिंटॉफ, दिमित्री मैस्करेंहास, मोंटी पानेसर, केविन पीटरसन, मैट प्रायर, ओवैस शाह. रेयान साइडबाटम और क्रिस ट्रेमलेट।