पहली बाधा पार करने के बाद भारत की निगाहें गाबा में ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व चैम्पियन की धरती पर पहली बार त्रिकोणीय सिरीज जीतने के साथ खटास भरे दौरे का सुखद अंत करने पर टिकी है।
एससीजी में रविवार कौ 'बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल' का पहला मैच जीतने के बाद भारत इस ऐतिहासिक कारनामे से सिर्फ एक कदम दूर खड़ा है और वह दिन-रात्रि के इस मुकाबले में अपनी लय को बरकरार रखने को बेताब है। यह मैच भारतीय समय के अनुसार सुबह 8.45 बजे से प्रारंभ होगा।
विवादास्पद टेस्ट सिरीज में शिकस्त और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों द्वारा उकसाने के बाद महेंद्रसिंह धोनी और उनकी टीम श्रृंखला में जीत दर्ज करने के लक्ष्य के साथ उतरी थी।
भारत को हालाँकि युवा तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा के बिना उतरना पड़ सकता है जो पहले फाइनल के दौरान अपनी अँगुली में चोट लगा बैठे थे। ईशांत की अँगुली में अब भी सूजन है और कल के अहम मुकाबले में उनका खेलना संदिग्ध है।
भारत के पास मुनाफ पटेल और एस श्रीसंथ के रूप में प्रतिभावान तेज गेंदबाज हैं जो ईशांत की जगह ले सकते हैं। युवा प्रवीण कुमार ने विरोधी टीम को ध्वस्त करने की क्षमता दिखाई है और पिछले मैच में इरफान पठान के लचर प्रदर्शन के बावजूद इसे उनकी खराब फार्म नहीं माना जा रहा।
हरभजनसिंह इन चारों तेज गेंदबाजों के साथ भारत के पांच गेंदबाजों के आक्रमण को पूरा कर सकते हैं और पिछले मैच में 10 ओवर में 33 रन देकर शानदार प्रदर्शन करने वाले पीयूष चावला को बाहर बैठना पड़ सकता है। भारतीय बल्लेबाजी भी सही समय पर लय में आ गई है और अगर फॉर्म के आधार पर देखा जाए तो मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया से बेहतर नजर आती है।
भारत मैदान पर जज्बे के साथ गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कर रहा है और उसके बल्लेबाज अच्छी साझेदारियाँ निभा रहे हैं, जो ऑस्ट्रेलिया की कड़ी परीक्षा लेंगे जिसे वापसी करने में महारत हासिल हैं।
सिरीज में विकेट चटकाने के मामले में चोटी के तीनों गेंदबाज ब्रेट ली, नाथन ब्रैकन और मिशेल जॉनसन ऑस्ट्रेलियाई हैं लेकिन पहले फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों के सामने वे लाचार दिखे।
ऑस्ट्रेलिया को अपने अहम खिलाड़ियों रिकी पोंटिंग और एंड्रयू साइमंड्स के फार्म में लौटने की उम्मीद है। एडम गिलक्रिस्ट भी एक दो अच्छी पारियों के अलावा श्रृंखला में अधिकतर नाकाम ही रहे हैं।
गिलक्रिस्ट इस श्रृंखला के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे इसलिए उनकी टीम भी चाहेगी कि यह महान खिलाड़ी भारत के हाथों शिकस्त के साथ विदा न हो। गाबा की पिच को एकदिवसीय क्रिकेट के लिए आस्ट्रेलिया की सर्वश्रेष्ठ पिचों में शुमार किया जाता है लेकिन सर्दियों के पास होने के कारण कोई भी टीम यहां दूधिया रोशनी में लक्ष्य का पीछा नहीं करना चाहेगी।
दूसरी तरफ भारतीय टीम आस्ट्रेलियाई मीडिया की उन खबरों से हैरत में है जिनके मुताबिक हरभजन ने दर्शकों की तरफ बंदर की तरह इशारे किए थे। हालाँकि हैरानी की बात यह है कि इसका कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने हरभजन को खेल की तरफ से भटकाने का अंतिम प्रयास किया है लेकिन इस भारतीय ऑफ स्पिनर को अपनी सफलता और धैर्य पर भरोसा है और सिडनी में मैथ्यू हेडन और एंड्रयू साइमंड्स के विकेट के बाद उनका मनोबल बढ़ा होगा।
श्रृंखला के नौ मैचों में हरभजन ने सिर्फ सात विकेट झटके हैं लेकिन उनकी औसत 33.28 और 4.22 रन प्रति ओवर की शानदार रन गति दर्शाती है कि तेज गेंदबाजों के दबदबे के बीच श्रृंखला में उन्होंने सधी हुई गेंदबाजी की है। दर्शकों को उम्मीद है कि यह मैच भी पिछले मुकाबलों की तरह रोमांचक होगा।