श्रीलंका के कोच टॉम मूडी भारतीय टीम की कोचिंग का जिम्मा संभालने में दिलचस्पी नहीं रखते और उन्हें इस पद की पेशकश की भी गई तो वह इसे ठुकरा देंगे। श्रीलंकाई टीम के एक सीनियर खिलाड़ी ने यह जानकारी दी है।
विश्व कप के सेमीफाइनल और फाइनल देखने वेस्टइंडीज पहुंचे भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव निरंजन शाह की मूडी से अनौपचारिक बातचीत की योजना भी थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
जमैका में पहला सेमीफाइनल देखने के बाद शाह मंगलवार को सेंट लूसिया के लिए रवाना हो गए थे, जहाँ दूसरा सेमीफाइनल खेला गया था।
शाह ने इस बात की पुष्टि की कि नए कोच का कार्यकाल दो साल का होगा, लेकिन उन्होंने यह भी कहा बोर्ड भारतीय टीम के लिए स्थायी मैनेजर की नियुक्ति करेगा। यह नया घटनाक्रम कप्तान राहुल द्रविड़ के पक्ष में गया लगता है, जिन्होंने सुझाव दिया था कि बोर्ड को टीम के साथ एक स्थायी मैनेजर की नियुक्ति की जाए।
शाह ने कहा कि भारतीय टीम की कोचिंग से जुड़े मुद्दे पर वास्तव में विश्व कप के बाद चर्चा होगी। उस वक्त यह भी साफ हो चुका है कि इस पद के लिए कौन मौजूद है। फिलहाल मूडी और डेव व्हाटमोर ही ऐसे अंतरराष्ट्रीय कोच हैं, जिनके नाम पर विचार जारी है।
मूडी ने भारतीय टीम के कोच के पद के लिए दो साल पहले आवेदन किया था, लेकिन उस वक्त ग्रेग चैपल बाजी मार ले गए। मूडी अब ऐसा जिम्मा संभालने के मूड में नहीं दिख रहे, जिसमें उन्हें काफी अंतरराष्ट्रीय दौरे करने पड़े। इसके अलावा मीडिया और प्रशंसकों के दबाव को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।