भारतीय टीम विदेश में बढ़त हासिल करने के बाद श्रृंखला अपने नाम करने में पीछे रहने के मिथक को तोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत ने इंग्लैंड से नाटिंघम में दूसरा टेस्ट मैच जीतकर तीन मैच की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। अब वह ओवल में तीसरा मैच जीतकर श्रृंखला अपने नाम करने की कोशिश करेगा।
विदेशों में शुरुआती बढ़त के बाद श्रृंखला गंवॉने की बात की जाए तो ऑस्ट्रेलिया में 2003-04 में भारत ने एडिलेड में मेजबान पर जीत दर्ज की थी लेकिन अगले ही मैच में मेलबोर्न में उसे उससे शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
बाद में 2004 में भारत ने पाकिस्तान में पहले टेस्ट में जीत दर्ज की थी, लेकिन लाहौर में उसे हार मिली थी। हाल में दक्षिण अफ्रीका में उससे पहला टेस्ट जीतने के बाद भारत डरबन में मैच में हार गया था। इसके बाद केप टाउन में पराजित होने के बाद भारत को श्रृंखला गँवानी पड़ी थी।
राहुल द्रविड़ ने इस भारतीय मिथक के बारे में मजाक करते हुए कहा मुझे याद दिलाने के लिए शुक्रिया। उन्होंने कहा हमें निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
हमें अपने अच्छे प्रदर्शन को और बेहतर प्रदर्शन में तब्दील करना होगा। हम इस जीत का जश्न मनाएँगे, लेकिन साथ ही हम अपना ध्यान ओवल में होने वाले अंतिम टेस्ट पर केंद्रित करेंगे कि हमें वहां पर क्या करना है।
भारत की इस जीत से इंग्लैंड पर 2001 के बाद पहली बार अपनी सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला हारने का खतरा बन गया है। वर्ष 2001 में ऑस्ट्रेलिया को श्रृंखला गँवाने के बाद इंग्लैंड को घर में किसी भी टेस्ट श्रृंखला
में शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा है।
हालांकि कप्तान माइकल वॉन को टीम की क्षमताओं पर पूरा भरोसा है और उन्हें उम्मीद है कि टीम ओवल में बेहतर प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा मुझे पूरा भरोसा है क्योंकि मेरा मानना है कि हमारे पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण है जो 20 विकेट झटककर उन्हें दबाव में डाल सकता है और आपको टेस्ट मैच जीतने के लिए यही चाहिए।
वॉन ने कहा ओवल में हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। यहाँ का विकेट सामान्यत: अच्छा होता है और अगर आप अच्छी गेंदबाजी करेंगे तो अपको विकेट मिलेंगे और अच्छी बल्लेबाजी करेंगे तो रन भी बनेंगे।