भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में चार विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले स्पिनर पॉल हैरिस ने इंग्लैंड के खिलाफ हालिया श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के कारण हुई आलोचना पर निराशा जताते हुए कहा कि उनके साथ ज्यादती हुई थी।
हैरिस ने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी स्पिनरों के साथ ऐसा ही होता है। मेरे साथ ज्यादती की गई। मैंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में पाँच और दूसरे में दो विकेट लिए थे। इसके बावजूद सभी मुझे बाहर करने की माँग करने लगे। यह निराशाजनक था क्योंकि मैने पिछले कुछ साल में टीम के लिए बहुत कुछ किया था।
उन्होंने कहा इंग्लैंड के बल्लेबाज मेरे खिलाफ अच्छा खेले। मैं अपनी लय बरकरार नहीं रख सका, जिससे चिढ़ भी हुई। नागपुर टेस्ट में हैरिस ने पहली पारी में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का विकेट लिया था। दूसरी पारी में उन्होंने सचिन तेंडुलकर समेत तीन विकेट चटकाए।
हैरिस ने सुपर स्पोर्ट से कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को छकाना ही जीत की कुंजी थी। वे खुद को स्पिन का महारती समझते हैं। मीडिया हाइप के कारण वे स्पिनरों को बख्शना अपनी शान के खिलाफ समझते हैं।
उन्होंने कहा कि मेरा काम बल्लेबाजों को खामोश रखना है। लाइन और लैंग्थ के साथ गेंदबाजी करने से विकेट खुद-ब-खुद मिलने लगते हैं। (भाषा)