ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैग्राथ ने गुरुवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रहे दूसरे एशेज टेस्ट से पहले रिकी पोंटिंग के अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण को लॉर्डस के हालातों में गेंदबाजी करने की जानकारी दी।
अपने क्रिकेट करियर के दौरान लॉर्डस में मैग्राथ बेहद सफल रहे और उन्होंने तीन मैचों में 11.50 के स्ट्राइक रेट से 26 विकेट चटकाए। उन्होंने यहाँ पहली बार खेलने पहुँचे पीटर सिडल, मिशेल जॉनसन और बेन हिलफेंहास को क्रिकेट के इस ऐतिहासिक मैदान पर सफलता के गुर सिखाए।
ऑस्ट्रेलियन एसोसिएटेड प्रेस ने सिडल के हवाले से लिखा है कि मैग्राथ को यहाँ काफी सफलता मिली है। वे गेंदबाजी आक्रमण को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने हमें कुछ सुझाव दिए। हमारा ध्यान यहाँ की धार और इसका फायदा कैसे उठाया जाए इस पर है।
सिडल ने कहा कि लॉर्डस पर खेलना सपना सच होने के समान है। उन्होंने कहा कि बचपन से ही मैं दो टेस्ट मैच में खेलना चाहता था। विक्टोरियाई होने के कारण मैं हमेशा एमसीजी पर बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलना चाहता था और मुझे पिछले साल यह मौका मिला। इसके अलावा मैं लॉर्डस पर एशेज श्रृंखला खेलना चाहता था।
सिडल ने कहा कि इतनी कम उम्र में यह मौका मिलना बहुत बड़ा सम्मान है और यहाँ खेलने का इतिहास और परंपरा बेहतरीन है। पहले दिन मैदान पर उतरना बेजोड़ अहसास होगा। इस 25 वर्षीय तेज गेंदबाज ने कहा कि वह लॉर्डस में पैवेलियन छोर से गेंदबाजी करना पसंद करेंगे जो मैग्राथ का पसंदीदा छोर भी है। उन्होंने कहा कि दोनों छोर में से मैं शायद पैवेलियन छोर चुनूँगा।