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युवराज को बाहर रखने से कपिल निराश

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हमें फॉलो करें कपिल देव युवराजसिंह
जयपुर (वार्ता) , बुधवार, 21 नवंबर 2007 (21:46 IST)
भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने बाएँ हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज युवराजसिंह को पाकिस्तान के खिलाफ गुरुवार से दिल्ली में होने वाले पहले क्रिकेट टेस्ट के लिए 11 खिलाड़ियों में शामिल नहीं करने के टीम इंडिया के फैसले पर निराशा जाहिर की।

कपिल ने कहा कि बेशक किस खिलाड़ी को मैदान पर उतारना है और किसे नहीं यह तय करना टीम मैनेजमेंट का काम है। मगर युवराज इस समय जबर्दस्त फॉर्म में हैं और उन्हें मौका नहीं दिए जाने से मुझे निराशा हुई है।

युवराज ने पाकिस्तान के खिलाफ एकदिवसीय सिरीज में चार अर्द्धशतकों के साथ 272 रन बनाए और उन्हें 'मैन ऑफ द सिरीज' चुना गया, लेकिन भारत के कप्तान अनिल कुंबले ने कहा है कि टीम में संतुलन के लिए पहले टेस्ट में सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण को युवराज पर तरजीह दी जाएगी।

कपिल ने कहा कि युवराज को इस मैच में नहीं उतारे जाने का मतलब यह हुआ कि टीम के बाकी बल्लेबाज उनसे बेहतर हैं। अब यह देखना है कि बाकी के बल्लेबाज इस तर्क को किस तरह साबित करते हैं।

पूर्व तेज गेंदबाज कपिल ने कहा कि तीन टेस्टों की यह सिरीज जीतने के लिए नए कप्तान के नेतृत्व में जोश से भरे भारतीय खिलाड़ियों को अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करना होगा।

टीम इंडिया के लिए कोच के सवाल पर उन्होंने कहा कि सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और हरभजनसिंह जैसे मंजे हुए खिलाड़ियों को किसी प्रशिक्षक की जरूरत नहीं है। गेंदबाजी कोच वेंकटेश प्रसाद और क्षेत्ररक्षण के प्रशिक्षक रोबिन सिंह अच्छा काम कर रहे हैं और टीम को सिर्फ एक मैनेजर की जरूरत है।

उन्होंने चयन समिति के प्रमुख दिलीप वेंगसरकर के अखबारों पर लिखने पर प्रतिबंध लगाने के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के फैसले की भी आलोचना की।

उन्होंने कहा कि चयन समिति के अध्यक्ष के अखबारों में लिखने में कोई बुराई नहीं है। लोग उनसे टीम इंडिया के बारे में जानना चाहते हैं और इस तरह के प्रतिबंध से अटकलबाजी को बढावा मिलेगा।

कपिल ने बीसीसीआई के मुख्य प्रशासक रत्नाकर शेट्टी के इस बयान से असहमति जताई कि सिने स्टार शाहरुख खान क्रिकेट मैचों का इस्तेमाल अपनी फिल्मों के प्रचार के मंच के तौर पर करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि शाहरुख क्रिकेट के प्रति अपने लगाव की वजह से मैचों को देखने आते हैं। उन्होंने अपने फिल्मी कॅरियर को आगे बढ़ाने के लिए कभी भी क्रिकेट का इस्तेमाल नहीं किया है।

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