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रफ्तार में ही मजा आता है ली को

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नई दिल्ली(भाषा) , गुरुवार, 8 अक्टूबर 2009 (14:59 IST)
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FILE
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने अपनी रफ्तार में कमी करने की संभावना से साफ इंकार करते हुए गुरुवार को यहाँ कहा कि उन्हें 150 किमी से अधिक रफ्तार से गेंद करने और दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज कहलाने में ही मजा आता है।

ली ने कहा कि मैं 130 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी करने के बारे में सोच भी नहीं सकता। मुझे 150 किमी से अधिक रफ्तार से गेंदबाजी करने और दुनिया में सबसे तेज गेंदबाज कहलाने में मजा आता है। जब तक मेरा शरीर साथ देगा मैं तेज गेंदबाजी करता रहूँगा।

दुनिया में 100 मील के बैरियर के करीब पहुँचने वाले गिने-चुने गेंदबाजों में एक ली ने हालाँकि माना कि तेज गेंदबाजी करना मुश्किल और चुनौतीपूर्ण है। यह बहुत मुश्किल काम है, लेकिन मुझे इसमें मजा आता है। अब तो लगभग हर जगह विकेट भी जीवंत बन रहे हैं।

ली ने इसके साथ ही कहा कि चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली श्रृंखला काफी चुनौतीपूर्ण होगी।

उन्होंने कहा कि यह बहुत कड़ी और चुनौतीपूर्ण श्रृंखला होगी। सात मैचों की श्रृंखला बहुत महत्वपूर्ण है और जब भी भारत और ऑस्ट्रेलिया एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं तो कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहता है। हमने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका (चैंपियन्स ट्रॉफी) में अच्छा प्रदर्शन किया है और आशा है कि उसे हम यहाँ भी जारी रखेंगे।

ली ने कहा कि पिछले दो साल में हमारी टीम में काफी युवा खिलाड़ी जुड़े हैं, लेकिन यह बहुत अच्छी टीम है और हम सभी अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान दे रहे हैं। दुर्भाग्य से मैं इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाया लेकिन मेरी अनुपस्थिति में मिशेल जॉनसन ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली। वे गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा काम कर रहे हैं।

स्पीड स्टार ली ने कहा कि मैं अभी खुद को फिट महसूस कर रहा हूँ तथा अपने खेल का पूरा लुत्फ उठा रहा हूँ। मुझे क्रिकेट से प्यार है और मैं अब भी पहले की तरह विकेटों का भूखा हूँ। मुझे गर्व है कि मैं इस टीम का हिस्सा हूँ।

ली ने चैंपियन्स ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच मैच में मैच फिक्सिंग के आरोपों पर यह कहकर पल्ला झाड़ दिया कि इस पर टिप्पणी करना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का काम है। इस मैच में पाकिस्तान अंतिम गेंद पर हार गया था, जिससे भारत टूर्नामेंट से बाहर हो गया।

उन्होंने कहा कि मैं इस पर (मैच फिक्सिंग मामले पर) टिप्पणी नहीं कर सकता। यह काम आईसीसी का है और वह उसे देख रही है। उस मैच में जब मुझे और नाथन हारिट्ज को पता चला कि मैच टाई रहने पर भी हम सेमीफाइनल में पहुँच जाएँगे तो हमने इसे तवज्जो दी और तय किया कि आखिरी गेंद कहीं भी जाए हम रन के लिए दौड़ पड़ेंगे।

चैंपियन्स लीग में न्यू साउथ वेल्स ब्लूज का प्रतिनिधित्व करने वाले ली ने स्वीकार किया कि आईपीएल की अपनी टीम किंग्स इलेवन पंजाब की बजाय वह खुद को ऑस्ट्रेलिया की अपनी प्रांतीय टीम के अधिक करीब पाते हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह (एनएसडब्ल्यू) मेरे दिल के अधिक करीब है। मैं 1997 से इससे खेल रहा हूँ और इससे मेरी बहुत सी यादें जुड़ी हैं लेकिन चाहे वह एनएसडब्ल्यू हो या ऑस्ट्रेलिया या किंग्स इलेवन पंजाब, मैं जिस टीम से भी खेला, अपना शत-प्रतिशत योगदान देने पर ध्यान देता हूँ।

ली ने टेस्ट क्रिकेट को अपनी प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट को कोई खतरा नहीं है और वह पहले की तरह बना रहेगा। ट्वेंटी-20 इस खेल का नया प्रारूप है और हमें केवल यह सुनिश्चित करना होगा कि खेल के तीनों प्रारूप बने रहें।

रिकी पोंटिंग की कप्तानी की आलोचना के बारे में उन्होंने कहा कि जब आप हारते हैं तो कप्तान को दोषी ठहराया जाता है और जीत पर पुरस्कार लेने भी सबसे पहले वही जाता है। हमारी टीम कप्तान के साथ है। वे अच्छे कतान हैं और उन्हें मीडिया के सामने खुद को साबित नहीं करना है उन्होंने मैदान पर खुद को साबित किया है।

ली ने चैंपियन्स ट्रॉफी की जीत को टीम के लिए बहुत अहम करार दिया। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने जिस तरह से चैंपियन्स ट्रॉफी में खेल दिखाया उससे मैं काफी प्रभावित हूँ। हमने शानदार खेल दिखाया और खिताब जीतना हमारा अहम क्षण था।

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