विश्वकप मेजबानी पर बातचीत विफल
पीसीबी कानूनी लड़ाई जारी रखेगा
पाकिस्तान के 2011 विश्व कप मैचों की मेजबानी अधिकार के संबंध में चार सह-मेजबान देशों के बीच शनिवार को यहाँ बैठक में हुई बातचीत विफल रही, जिसके बाद पीसीबी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के खिलाफ इस मुद्दे पर कानूनी लड़ाई दोबारा जारी करने की धमकी दी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उनके अध्यक्ष एजाज बट ने भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के प्रतिनिधियों से लंदन में मुलाकात की, जिससे इस मामले को निपटाया जा सके लेकिन बातचीत से कोई हल नहीं निकला।
पीसीबी ने एक बयान में कहा कि हमने अपने साथी एशियाई सह-मेजबानों से विश्वकप मैचों के पीसीबी के अंतर्गत किसी सुरक्षित तटस्थ स्थान पर आयोजन का सहयोग माँगा। आईसीसी अध्यक्ष डेविड मोर्गन और विश्वकप आयोजन समिति के अध्यक्ष तथा आईसीसी उपाध्यक्ष शरद पवार के साथ हुई चर्चा के बावजूद कोई भी प्रगति नहीं हुई।
पीसीबी के बयान के अनुसार इसका मतलब है कि 2011 विश्वकप से जुड़ा मुद्दा अनसुलझा रहा गया जिससे पीसीबी आईसीसी के खिलाफ दुबई में और लाहौर में आईसीसी के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया जारी रखेगा।
सूत्रों ने बताया कि भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश ने पाकिस्तान को 14 मैचों की मेजबानी फीस स्वीकार करने और घरेलू तथा तटस्थ स्थान पर मैचों की मेजबानी भूल जाने का सुझाव दिया। इन मैचों की मेजबानी राशि 1.05 करोड़ डॉलर है।
बट ने बातचीत के असफल होने पर निराशा व्यक्त की, लेकिन उन्हें अब भी उम्मीद है कि उपमहाद्वीप के अन्य तीन देश इस मामले पर दोबारा विचार करेंगे।
उन्होंने कहा कि मुझे एशियाई सह-मेजबान देशों से इस मुश्किल मामले को सुलझाने के लिए समर्थन की उम्मीद थी। इस पर कोई हल नहीं निकलने से मैं बहुत निराश हूँ।