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संन्यास लेने वाले क्रिकेटरों को मिलेंगे 20 लाख

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नई दिल्ली , बुधवार, 4 जून 2014 (23:05 IST)
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नई दिल्ली। बीसीसीआई ने बीते समय के प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों को सम्मानित करने के लिए एक बार फिर एकमुश्त अनुग्रह राशि देने का फैसला किया है जिसमें 2003 से पहले संन्यास लेने वाले सभी खिलाड़ियों को 20 लाख रुपए दिए जाएंगे।

बीसीसीआई ने फैसला किया है कि वे यह राशि उन प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों को देंगे जिन्होंने 2003 से पहले 50 और 74 के बीच प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। सूत्रों ने कहा कि यह फैसला बीसीसीआई की वित्तीय समिति की बुधवार को यहां हुई बैठक में किया गया। संन्यास के लिए 'कट ऑफ' समय 2003 होगा।

बीसीसीआई ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि उस युग में (जब मैच फीस बहुत कम होती थी) 75 से ज्यादा मैच खेलने वाले प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों की तरह उन खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जाए जिन्होंने 50 और 74 के बीच तक मैच खेले हैं।

वित्तीय समिति के सूत्र ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, उन दिनों में इन क्रिकेटरों ने करीब 10 साल तक राज्य का प्रतिनिधित्व किया था। समिति को सूचित किया गया कि बीसीसीआई पर आयकर मांग 788 करोड़ रुपए तक इकट्ठी हो गई है जिसके खिलाफ उसने हाल में बम्बई उच्च न्यायालय में अपील दायर की थी।

सूत्र ने कहा, आज लंबित करों का मामला भी उठाया गया और सभी को सूचित किया गया कि लंबित आय की राशि 788 करोड़ रुपए की हो गई जो 2006-07 वित्तीय वर्ष से इकट्ठी हुई है। 2012-13 में ही इस पर 238 करोड़ रुपए का कर लगा था। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के सालाना बजट को मंजूरी नहीं दी जा सकी क्योंकि उप समिति ने अभी तक इसकी राशि नहीं सौंपी है।

अक्षर पटेल, केदार जाधव, पंकज सिंह जैसे खिलाड़ियों को विभिन्न भारतीय टीमों में जगह बनाने के साथ स्वत: ही केंद्रीय अनुबंध सूची के ग्रेड 'सी' में शामिल कर लिया गया।

वित्तीय समिति ने यह भी फैसला किया कि दो राज्य संघ (राजस्थान क्रिकेट संघ और जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ) को सात करोड़ का अंतरिम अनुदान नहीं किया गया है जो अन्य सभी राज्य संघों को दिया जा चुका है।

सूत्र ने कहा, क्योंकि बीसीसीआई ने आरसीए और जेकेसीए को प्रतिबंधित कर दिया है जिन्होंने पिछले तीन वर्षों की वार्षिक लेखा रिपोर्ट नहीं सौंपी है, इसलिए इन दो संघों को सात करोड़ रुपए का अंतरिम अनुदान नहीं मिलेगा। (भाषा)

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