भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने कहा कि उनके चोटी के बल्लेबाजों की लचर फार्म के कारण टीम को आईसीसी ट्वेंटी-20 विश्व कप सुपर आठ में दक्षिण अफ्रीका के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
भारत की मजबूत बल्लेबाजी 131 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 118 रन ही बना पाई और इस तरह से उसे सुपर आठ में लगातार तीसरी हार झेलनी पड़ी। धोनी ने आज की हार के लिए बल्लेबाजों को दोषी ठहराया।
उन्होंने मैच के बाद कहा कि मैं नहीं मानता कि यहाँ की परिस्थितियाँ कोई मुद्दा है। इस हार के लिए हमारे कुछ प्रमुख खिलाड़ी जिम्मेदार हैं।
धोनी ने कहा कि हम छह मुख्य बल्लेबाजों के साथ खेल रहे थे और सातवाँ ऑलराउंडर है। जब इनमें से तीन बल्लेबाज इस तरह के मैच में नहीं चल पाते हैं तो वास्तव में मुश्किल बढ़ जाती है।
पूरे टूर्नामेंट में मैं अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से खुश रहा लेकिन बल्लेबाजी में हम अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए।
भारतीय कप्तान ने कहा कि बल्लेबाजी में वास्तव में हम अपनी क्षमता से नहीं खेले और दुर्भाग्य से पूरे टूर्नामेंट में ऐसा हुआ।
धोनी ने हालाँकि टीम के प्रशंसकों से अगले साल के अप्रैल में वेस्टइंडीज में होने वाली चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि नौ महीने बाद जब हम फिर से ट्वेंटी-20 विश्व कप खेलेंगे तो बेहतर तैयारियों के साथ अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
टूर्नामेंट में टीम की लगातार हार से धोनी की लोकप्रियता भी कम हुई है और मैच के बाद दर्शकों ने उनकी हूटिंग भी की। उन्होंने कहा कि हमें इंग्लैंड में अच्छा समर्थन मिलता है लेकिन इसके लिए मैच जीतना जरूरी है नहीं तो मैच के आखिर में हमारी हूटिंग होगी।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ ने टीम के सेमीफाइनल में पहुँचने पर खुशी जताई और जीत का श्रेय अपने गेंदबाजों को दिया।
स्मिथ ने कहा कि यह बहुत अच्छा विकेट नहीं था और इस लिहाज से हमारा स्कोर अच्छा था। इससे हमारे पास मौजूद विकल्पों का पता चलता है। हमारे धीमी गति के गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की। उन्होंने आज शानदार भूमिका निभाई और क्षेत्ररक्षकों से उन्हें पूरा सहयोग मिला।
टूर्नामेंट की आगे की संभावना के बारे में स्मिथ ने कहा कि अब हम प्रत्येक पिच से अच्छी तरह वाकिफ हो गए हैं। हमने जीत की लय पकड़ी हैं और सेमीफाइनल में पाकिस्तान से भिड़ने को लेकर बहुत उत्साहित हैं।
दक्षिण अफ्रीकी पारी में 63 रन बनाने वाले एबी डिविलियर्स को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने हालाँकि इसे अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी मानने से इनकार कर दिया।
डिविलियर्स ने कहा कि मैं नहीं मानता कि यह मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी थी। मेरी रणनीति शुरुआती 20 गेंद तक पाँव जमाना और फिर खुलकर शॉट खेलना थी। जब अच्छी गेंदबाजी हो रही थी तब एक दो रन लेकर स्कोर बढ़ाना महत्वपूर्ण था। ऐसे में पारी के आखिर में आप लंबे शॉट खेल सकते हो।