‘ठहरने के स्थान’ संहिता का समाधान खोजा
मुंबई , बुधवार, 14 अप्रैल 2010 (17:24 IST)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोर्गट ने कहा कि आईसीसी ने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के विवादित ‘ठहरने के स्थान’ संहिता का समाधान खोज निकाला है और इस मामले पर अगले सप्ताह आम सहमति बनाई जाएगी।लोर्गट ने कहा हम ‘ठहरने के स्थान’ संहिता मामले का हल निकालने के बहुत करीब हैं। वाडा में यह एकमात्र यही विवादित विषय है। हमने इसका समाधान ढूँढ लिया है और उम्मीद है कि यह मुद्दा सुलझ जाएगा। उन्होंने कहा हम अगले सप्ताह आईसीसी कार्यकारी बोर्ड सदस्यों के साथ बैठक करेंगे। हम बोर्ड के सदस्यों के साथ यह प्रस्ताव रखेंगे और उम्मीद है कि इस मुद्दे पर अगले सप्ताह आम सहमति मिल जाएगी। इस विवादित संहिता के तहत क्रिकेटरों को तीन महीने पहले वाडा को अपने ठहरने के स्थान के बारे में बताना होगा। खिलाड़ियों ने निजता और सुरक्षा खतरे का हवाला देते हुये वाडा संहिता का विरोध किया।इसके अलावा लोर्गट ने कहा कि उपमहाद्वीप में अगले साल होने वाले एकदिवसीय विश्व कप की तैयारियाँ योजना के मुताबिक चल रही हैं और वानखेड़े तथा फिरोजशाह कोटला स्टेडियम समय पर तैयार हो जाएँगे।लोर्गट ने कहा विश्वकप की तैयारियों से हम संतुष्ट हैं। सब योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है। मुझे उम्मीद है कि वानखेडे स्टेडियम में चल रहा निर्माणकार्य भी समय से पूरा हो जाएगा। वानखेड़े स्टेडियम में चल रहा पुनर्निर्माण उस समय विवादों में आ गया था, जब बंबई उच्च न्यायालय में इस निर्माण कार्य को चुनौती देने वाली याचिका दायर हुई। इस याचिका में कहा गया था कि इस कार्य के लिए पर्यायवरण संरक्षण कानून और तटीय नियमन क्षेत्र नियमों के तहत मंजूरी नहीं ली गई है। कोटला पिच के बारे में लोर्गट ने कहा कि आईसीसी डीडीसीए के साथ मिलकर पिच की गुणवत्ता सुधारने के लिए काम कर रहा है।इस सवाल पर कि कोटला पिच ‘अनफिट’ होने पर क्या आईसीसी किसी अन्य विकल्प के बारे में सोचेगा? लोर्गट ने कहा इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। पिच को सुधारने में अब से लेकर अगले साल फरवरी तक बहुत समय है। (भाषा)