भारत ने मौजूदा टेस्ट श्रृंखला में पाकिस्तान को 1-0 से शिकस्त देकर अपनी सरजमीं पर 27 बरस में पहली बार इस चिर प्रतिद्वंद्वी टीम को हराने का गौरव हासिल किया।
भारत ने दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेला गया पहला टेस्ट मैच छह विकेट से जीतकर तीन मैचों की श्रृंखला अपने नाम की। पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने चौथी बार टेस्ट श्रृंखला जीती है जबकि पांच बार उसे हार का मुँह देखना पड़ा है। दोनों देशों के बीच अब तक 16 टेस्ट श्रृंखलाएँ खेली जा चुकी हैं।
भारत ने कुल मिलाकर 41वीं बार टेस्ट श्रृंखला अपने नाम की जबकि वह 53 बार श्रृंखला गँवा चुका है। भारत ने पिछली बार अपनी सरजमीं पर 1979-80 में छह टेस्ट मैचों की श्रृंखला में पड़ोसी देश की टीम को 2-0 से मात दी थी।
पाकिस्तान ने इसके बाद 1983-84 (श्रृंखला बराबर), 1986-87 (पाक 1-0 से जीता), 1998-99 में दो बार (पहली श्रृंखला ड्रॉ, दूसरी पाक 1-0 से जीता) और 2004-05 (ड्रॉ) में भारत का दौरा किया, लेकिन मेजबान टीम कई बार अच्छी स्थिति में होने के बावजूद श्रृंखला जीतने में नाकाम रही।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पिछली टेस्ट श्रृंखला उसी की सरजमीं पर 2003-04 में जीती थी। सौरव गांगुली की अगुआई में गई भारतीय टीम ने मुल्तान में पहला टेस्ट पारी और 52 रन से जीता था। इस मैच में वीरेंद्र सहवाग (309) तिहरा शतक जमाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने थे।
पाकिस्तान ने हालाँकि लाहौर में खेला गया दूसरा क्रिकेट टेस्ट मैच नौ विकेट से जीतकर श्रृंखला में बराबरी पाई। भारत ने हालाँकि रावलपिंडी में खेले गए तीसरे और अंतिम मैच में पारी और 131 रन से जीत दर्ज कर श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की थी। भारत ने तब पहली बार पाक की सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला जीती थी।
तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भी मेजबान टीम ने पूरी श्रृंखला में दबदबा बनाए रखा और कोलकाता तथा बेंगलुरु में भी वह जीत की स्थिति में था, लेकिन मिस्बाह उल हक, कामरान अकमल और कार्यवाहक कप्तान यूनुस खान ने मेजबान टीम के मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया।