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लॉर्ड्‍स टेस्ट में भारत की शर्मनाक हार के 5 'खलनायक'

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सीमान्त सुवीर

लंदन। विराट कोहली नाम के जिस कप्तान के बूते पर भारतीय टीम बहुत समय से इतरा रही थी, उसे इंग्लैंड ने आज 'छठी का दूध' याद दिला दिया। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक बादशाह टीम इंडिया को इंग्लैंड ने दूसरे टेस्ट मैच में पारी और 159 रनों से हराया। इस मैदान पर यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी शर्मनाक हार है। इससे पहले 1974 में वह लॉर्ड्‍स में पारी और 285 रन से हारा था।
 
लॉर्ड्‍स के ऐतिहासिक मैदान पर बारिश से प्रभावित दूसरा टेस्ट मैच चार दिन के भीतर ही समाप्त हो गया। यदि भारतीय बल्लेबाज पहली पारी में 35 ओवर में 107 और दूसरी पारी में 47 ओवर में 130 पर ढेर हो जाते हैं तो साफ पता चलता है कि वे मानसिक रूप से टेस्ट क्रिकेट के लायक ही नहीं हैं। इन्हें केवल आईपीएल और टी20 की चमक ही दिखाई देती है और इसमें बरसने वाला अपार धन...। अब बात कर ली जाए उन पांच खलनायकों की जिनके कारण टेस्ट क्रिकेट में आज लॉर्ड्‍स के ऐतिहासिक मैदान पर भारत की मट्‍टीपलीत हुई है... 
 
कप्तान विराट कोहली : विराट कोहली की कप्तानी में 4 साल में भारत को पहली बार इतनी करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। कप्तान की जिम्मेदारी होती है कि वह टीम संयोजन विकेट के मुताबिक करें। उन्होंने सबसे बड़ी गलती यह कि इंग्लैंड जहां 4 तेज गेंदबाजों के साथ उतरा तो उन्होंने 2 स्पिनर (कुलदीप यादव और अश्विन) का दांव खेला। विराट ने पहली पारी में 23 और दूसरी पारी में 17 रन बनाए। पहली पारी में वे वोक्स का‍ शिकार बने तो दूसरी पारी ब्रॉड ने उन्हें पैवेलियन का रास्ता दिखाया।
 
मुरली विजय : भारत के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय इंग्लैंड दौरे की 11वीं पारी में बुरी तरह फ्लॉप रहे हैं। जेम्स एंडरसन उनके लिए काल बनकर मैदान पर आते हैं और पल भर में उनके कदम पैवेलियन को कूच करने लगते हैं। मुरली पहली पारी में एंडरसन की पांचवीं गेंद पर 0 पर और दूसरी पारी में तो पहली ही गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। इंग्लैंड की धरती पर उनकी 'मुरली' बजेगी भी या नहीं, इस पर बहुत बड़ा सवाल है।
 
दिनेश कार्तिक : एमएस धोनी के उत्तराधिकारी दिनेश कार्तिक विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स का ये कप्तान मैदान पर अपने जौहर दिखाने के लिए मशहूर था लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अपनी चौकड़ी ही भूल गया है। दूसरे टेस्ट की पहली पारी में कार्तिक (1 रन) को 20 साल के सैम कुरन ने पैवेलियन भेजा तो दूसरी पारी में ब्रॉड ने उन्हें खाता खोलने का मौका भी नहीं दिया। 
 
चेतेश्वर पुजारा : शिखर धवन की जगह टीम में स्थान पाने वाले चेतेश्वर पुजारा पहली पारी में कोहली के कारण आ‍धी पिच पर जाकर रन आउट हो गए और 1 रन का ही योगदान दे पाए। दूसरी पारी में जब वे 17 रन पर थे, तब ब्रॉड ने उनका शिकार किया। भारतीय थिंक टैंक को पुजारा पर काफी भरोसा था लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के सामने वे मेमने नजर आए। उन्होंने 17 बनाने के लिए 87 गेंदें बरबाद की। 
 
ईशांत शर्मा : पोनी चोटी वाले ईशांत शर्मा ने तेज गेंदबाजी में बेहद निराश किया। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 7 विकेट पर 396 रनों पर घोषित की, जिसमें क्रिस वोक्स के नाबाद 137 रन शामिल थे। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने ईशांत की गेंदों की जमकर आरती उतारी। ईशांत ने 101 रन लुटाकर इंग्लैंड का एकमात्र विकेट एलेस्टर कुक का हासिल किया। हैरत होती है कि जिस विकेट पर इंग्लैंड के तेज गेंदबाज दोनों पारियों में कुल 20 विकेट प्राप्त कर रहे हो, उसी विकेट पर ईशांत को केवल 1 ही विकेट लेते हैं। 
 
बहरहाल, टीम इंडिया की इंग्लैंड की जमीं पर जो बुरी गत हुई है, वो लंबे समय तक भुलाए नहीं भूलेगी। इस टेस्ट मैच का पहला दिन बारिश से ऐसा भीगा कि टॉस तक नहीं हुआ। दूसरे दिन टीम इंडिया 107 पर ढेर हो गई जबकि उसी विकेट पर इंग्लैंड ने सात विकेट पर 396 रन ठोंके। दूसरी पारी में भारतीय टीम 130 रनों पर धराशायी हुई। यानी कुल तीन दिनों का खेल हुआ, जिसमें कई दफा बारिश ने व्यवधान डाला। इन तमाम दुश्वारियों के बीच भी इंग्लैंड पारी और 159 रनों से जीता तो इसका श्रेय उसके गेंदबाजों और बल्लेबाजों को दिया जाना चाहिए। 

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