भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच 6 दिसंबर को एडिलेड ओवल क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाना है। पहले टेस्ट मैच को लेकर भारतीय टीम उत्साहित नजर आ रही है, कप्तान विराट कोहली ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से क्रिकेटप्रेमियों को मुरीद कर दिया है।
कप्तान कोहली का विराट रूप : विराट जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे है, उसे देखकर यह अनुमान जरूर लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में विराट महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को भी पीछे छोड़ सकते हैं। इस समय विराट हर मैच में अपने बल्ले से रनों की झड़ी लगा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विराट जब-जब मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे हैं, तब-तब उन्होंने अपने बल्ले से रनों की वर्षा कर कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कहा जा सकता है कि 6 दिसंबर को एडिलेड में खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच में भी उनका बल्ला नहीं रुकेगा।
एडिलेड के मैदान की स्थिति : क्यूरेटर डेमियन हॉग का कहना है कि पिच पर 'थोड़ी घास' रहने दी है। पिछले तीन सत्रों में यहां डे-नाइट टेस्ट खेला गया था, जिसमें पहला टेस्ट तीन दिन तक, दूसरा चार दिन तक और तीसरा टेस्ट पांचवें दिन के पहले सत्र तक चला था।
हॉग ने कहा कि डे-नाइट टेस्ट में गुलाबी गेंद की चमक बनाए रखने के लिए घास की अतिरिक्त परत को छोड़ा गया था। उन्हें नहीं लगता कि 6 दिसंबर को लाल गेंद से शुरू हो रहे टेस्ट मैच के लिए पिच में कोई बदलाव करना चाहिए। हॉग ने कहा कि हम कुछ अलग नहीं कर रहे हैं।
हमारी तैयारी उसी तरह की है। सिर्फ यह बदलाव होने वाला है कि हम कवर को जल्दी हटा देंगे और खेल जल्दी शुरू होगा। यह जरूरी है कि पिच पर थोड़ी घास छोड़ी जाए, ताकि गेंद और बल्ले के बीच बराबरी का मुकाबला हो सके।
एडिलेड में भारत का इतिहास : इस मैदान पर भारतीय टीम को सिर्फ एक बार ही सफलता हाथ लगी है। उल्लेखनीय है कि टीम इंडिया ने इस मैदान पर कुल 11 टेस्ट मैच खेले जिसमें से 7 में उसे हार, 3 ड्रॉ और मात्र 1 मैच में उसे जीत मिली थी। 2003 में राहुल द्रविड़ की शानदार 233 रनों की पारी ने भारत को इस मैदान पर सफलता दिलाई थी।