नई दिल्ली। बीसीसीआई ने युद्ध से जूझने वाले अफगानिस्तान का स्वागत करते हुए आज देश के पहले टेस्ट मैच की मेजबानी पर सहमति जताई लेकिन अपने नवीनतम भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) में पाकिस्तान को कोई तवज्जो नहीं दी।
स्वदेश में लगातार समस्याओं के बावजूद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद को साबित करने वाली अफगानिस्तान की टीम अपना पहला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ 2019-2020 में खेलेगी, जिसका कार्यक्रम बाद में तय किया जाएगा। दूसरी तरफ आम सभा की विशेष बैठक में पाकिस्तान की अनदेखी की गई जो भारत के साथ द्विपक्षीय श्रृंखला की मांग कर रहा था।
बैठक में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ अधिक मैच खेलने का फैसला किया गया। भारत और पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण 2012 से कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली है। यह पूछने पर कि नए एफटीपी में पाकिस्तान से खेलने के बारे में कुछ क्यों नहीं कहा गया?
बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा, ‘यह सवाल सिर्फ क्रिकेट और बीसीसीआई से नहीं बल्कि सभी से जुड़ा है। इसलिए इस सवाल का जवाब देने का प्रयास करना व्यर्थ है।’ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय में प्रभावी प्रदर्शन के बाद इस साल जून में आयरलैंड के साथ अफगानिस्तान को टेस्ट दर्जा दिया गया था।
चौधरी ने विशेष आम बैठक के बाद कहा, ‘अफगानिस्तान को अपना पहला टेस्ट 2019 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना है लेकिन भारत और अफगानिस्तान के बीच ऐतिहासिक रिश्तों को देखते हुए हमने उनके पहले टेस्ट की मेजबानी करने का फैसला किया है।’ अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के अध्यक्ष आतिफ मशाल ने इस फैसले के लिए बीसीसीआई को धन्यवाद दिया।
आतिफ ने ट्वीट किया, ‘@एसीबीआफीशियल्स और @बीसीसीआई सहमत हो गए हैं कि अफगानिस्तान अपना पहला टेस्ट भारत के खिलाफ खेलेगा। समय आने पर संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में मैच की तारीख और स्थल साझा किया जाएगा।’’ अफगानिस्तान और आयरलैंड को जून में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का पूर्ण सदस्य बनाया गया था और वे टेस्ट खेलने वाले 11वें और 12वें देश बने। पांच दिवसीय क्रिकेट में अफगानिस्तान का स्वागत करने के अलावा बीसीसीआई ने कई मौकों पर टीम की सहायता की है।
अफगानिस्तान अपने घरेलू मैचों की मेजबानी भारत में करता है। हाल में उसने ग्रेटर नोएडा में आयरलैंड के खिलाफ श्रृंखला खेली थी। राशिद खान और मोहम्मद नबी इस साल आईपीएल नीलामी में बिकने वाले अफगानिस्तान के शुरुआती क्रिकेटर बने थे।
वर्ष 2010 में टी20 क्रिकेट में पदार्पण के बाद अफगानिस्तान ने लंबा रास्ता तय किया है। वे टी20 प्रारूप में दुनिया की नौवें जबकि 50 ओवर के प्रारूप में 11वें नंबर की टीम हैं। अफगानिस्तान ने 50 ओवर के विश्व कप में 2015 में पदार्पण किया था। टीम ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सह मेजबानी में हुए विश्व कप में छह मैच खेले और स्कॉटलैंड के खिलाफ अपनी एकमात्र जीत दर्ज की। (भाषा)