नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सीनियर पुरुष और महिला टीमों के लिए 2018-19 सत्र का वार्षिक खिलाड़ी अनुबंध जारी किया है जिसमें पूरी महिला टीम का अनुबंध 'ए' ग्रेड के एक पुरुष खिलाड़ी के अनुबंध से भी कम है।
बीसीसीआई ने पुरुष अनुबंध में 'ए' प्लस ग्रेड के लिए 7 करोड़, 'ए' ग्रेड के लिए 5 करोड़, 'बी' ग्रेड के लिए 3 करोड़ और 'सी' ग्रेड के लिए 1 करोड़ रुपए रखे हैं जबकि महिला अनुबंध में 'ए' ग्रेड के लिए 50 लाख, 'बी' ग्रेड के लिए 30 लाख और 'सी' ग्रेड के लिए 10 लाख रुपए रखे हैं।
महिला 'ए' ग्रेड में 4 खिलाड़ियों को रखा गया है जिनके कुल 2 करोड़ रुपए बनते हैं। 'बी' ग्रेड में 5 खिलाड़ी हैं जिनके कुल 1.50 करोड़ रुपए बनते हैं जबकि 'सी' ग्रेड में 11 खिलाड़ी हैं जिनके कुल 1 करोड़ 10 लाख रुपए बनते हैं। महिलाओं के ग्रेड में कुल 20 खिलाड़ी शामिल हैं जिन्हें दी जाने वाली कुल अनुबंध राशि 4 करोड़ 60 लाख रुपए बनती है।
महिला क्रिकेटरों के कुल अनुबंध पर अकेले पुरुष 'ए' ग्रेड के एक खिलाड़ी का अनुबंध भारी पड़ता है जिसे 5 करोड़ रुपए मिलते हैं। पुरुष 'ए' प्लस ग्रेड में 3 खिलाड़ियों को कुल 21 करोड़ रुपए, 'ए' ग्रेड में 11 खिलाड़ियों को कुल 55 करोड़ रुपए, 'बी' ग्रेड में 4 खिलाड़ियों को कुल 12 करोड़ रुपए और ग्रेड 'सी' में 7 खिलाड़ियों को कुल 7 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। पुरुषों की अनुबंध सूची में कुल 29 खिलाड़ी रखे गए हैं और इन्हें दी जाने वाली सालाना अनुबंध राशि 95 करोड़ रुपए बैठती है। (वार्ता)