उन्नाव:विश्वविजेता भारत की महिला अंडर-19 टीम की अहम सदस्य अर्चना देवी के घर बनाने के सपने को पूरा करने के लिये उन्नाव जिला प्रशासन ने उनके परिजनों को जमीन का आवंटन किया है।
महिला अंडर-19 टी-20 विश्वकप के फाइनल में इंग्लैण्ड के खिलाफ शानदार गेंदबाजी कर भारत को खिताब दिलाने में महती भूमिका अदा करने वाली फिरकी गेंदबाज अर्चना देवी के परिजनो को उन्नाव जिला प्रशासन ने सम्मानित किया और उन्हे खेती और घर के लिये जमीन आवंटित की।
भारत ने कातिलाना गेंदबाजी की बदौलत इंग्लैंड को मात्र 68 रनों पर ढेर कर दिया था। अर्चना ने खिताबी मुकाबले में न सिर्फ 17 रन देकर दो विकेट झटके थे बल्कि पार्शवी चोपड़ा की गेंद पर रायना मैकडोनाल्ड गे का जादुई कैच लपका था। भारत यह मुकाबला आसानी से जीत गया था।
जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने बुधवार को अर्चना की मां सावित्री देवी और भाई रोहित को कलेक्ट्रेट कार्यालय में मुलाकात की और उन्हे पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। उन्होने जिले का नाम रोशन करने वाली अर्चना की मां को 0.253 हेक्टेयर कृषि भूमि और 0.013 हेक्टेयर आवास भूमि आवंटित की। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी बाॅगरमऊ उदित नारायण सेंगर आदि उपस्थित रहे।
रतईपुरवा गांव की निवासी अर्चना का विश्वविजेता टीम की सदस्य बनने का सफर मुश्किलों भरा रहा है। चार साल की उम्र में कैंसर के कारण पिता का साया उठने के बाद मां सावित्री देवी ने खेतों में मजदूरी कर बेटी के क्रिकेटर बनने के सपने को परवान चढ़ाया हालांकि इसके लिये उन्हे गांव वालों और रिश्तेदारों के तमाम ताने भी सुनने पड़े। फूस के कच्चे मकान में पली बढी अर्चना के क्रिकेट के प्रति जुनून को देखते हुये उसकी शिक्षिका उसे भारतीय टीम के सदस्य कुलदीप यादव के कोच कपिल पांडे के पास कानपुर लेकर आयी जहां अर्चना ने कड़े प्रशिक्षण के बाद भारतीय अंडर 19 टीम में जगह बनायी।
अर्चना का सपना था कि वह अपनी मां को एक बड़ा घर देगी जिसमें बड़ा टेलीविजन होगा। अर्चना के इस सपने का पूरा करने के लिये उन्नाव जिला प्रशासन ने जमीन का एक टुकड़ा घर बनाने के लिये दिया है। अर्चना के गांव की हालत में अभी तक फिलहाल कोई सुधार नहीं आया है। गांव तक जाने के लिए न कोई पक्का रास्ता है और न ही यहां पहुँचने के लिए आसानी से कोई साधन मिलता है।(एजेंसी)