मेलबोर्न। निर्माणाधीन पर्थ स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होने वाली प्रतिष्ठित एशेज सीरीज के दिसंबर में तीसरे टेस्ट तक तैयार नहीं हो सकेगा जिसके चलते वाका ग्राउंड पर ही मैच खेले जाएंगे।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने बुधवार को इसकी पुष्टि की है। ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड को पहले उम्मीद थी कि 14 से 18 दिसंबर तक तीसरे मैच के लिए 60 हजार दर्शक क्षमता वाला बुर्सवुड स्टेडियम तैयार हो जाएगा लेकिन निर्माण में देरी के कारण अब यह काम समय पर पूरा नहीं हो सकेगा। 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत दोनों टीमों के बीच ब्रिसबेन में 23 नवंबर से होगी और एडिलेड, मेलबोर्न तथा सिडनी में इसके मैच खेले जाएंगे।
सीए के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड ने कहा कि हम जानते हैं कि सबकुछ एक साथ होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया, जो निराशाजनक है। हम उम्मीद कर रहे थे कि इस नए स्टेडियम पर मैच हो सकेगा। हालांकि सदरलैंड ने उम्मीद जताई कि नया पर्थ स्टेडियम 28 जनवरी को वनडे के लिए तैयार हो जाएगा। लेकिन साथ ही साफ किया कि इससे पहले यहां बिग बैश ट्वंटी-20 लीग के मैच नहीं खेले जाएंगे।
वाका स्टेडियम की क्षमता जहां मात्र 24,500 दर्शकों की है वहीं नए स्टेडियम में क्षमता करीब 60,000 दर्शक तक है और सीए को उम्मीद थी कि नए स्टेडियम से उसे काफी फायदा मिलेगा। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम को आखिरी बार यहां एशेज टेस्ट खेलने का मौका मिल जाएगा, जहां इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने उछाल भरी पिचों पर हमेशा संघर्ष किया है और 1978 में एकमात्र टेस्ट ही जीता था।
वाका स्टेडियम में यह आखिरी एशेज टेस्ट होगा, क्योंकि इसके बाद यहां की स्थानीय क्रिकेट संस्था इसे 10 से 15 हजार क्षमता के टूर्नामेंटों के लिए ही रखेगी। (वार्ता)